Saturday, 12 November 2011

6 साल से जाली डिग्री से कर रहा था वकालत

पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट और जिला अदालत में 6 साल से वकालत कर रहे अशोक कुमार की लॉ की डिग्री ही जाली निकली है। सेक्टर 8 के अशोक ने बार एसोसिएशन से अपना लाइसेंस भी बनवा रखा था। गुरुवार देर रात पुलिस ने अशोक को मनीमाजरा से गिरफ्तार कर लिया। दरअसल चंडीगढ़ विजिलेंस विभाग में किसी ने शिकायत दी कि अशोक कुमार की डिग्री फर्जी है। विजिलेंस ने जांच के दौरान अशोक का रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिया। अशोक ने अपने दस्तावेजों में बता रखा था कि उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की है। इसी डिग्री के आधार पर उन्होंने वकालत का लाइसेंस हासिल किया है। विजिलेंस ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से रिकॉर्ड मंगवाया तो पता चला कि अशोक की डिग्री जाली है। इसके बाद पुलिस ने अशोक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया। अभी अशोक को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अशोक की जाली डिग्री के बारे में विजिलेंस ने पंजाब एंड हरियाणा बार एसोसिएशन को भी जानकारी दे दी है। अशोक की मनीमाजरा में करोड़ों की संपत्ति है। उनका पुश्तैनी घर मनीमाजरा में ही है। अशोक की यहां रामा मार्केट में कई दुकानें हैं। मनीमाजरा के अलग-अलग भागों में भी काफी प्रॉपर्टी है। बताया गया है कि अशोक विवादित प्रॉपर्टी खरीदता था। नगर निगम के अधिकारियों के साथ सांठगांठ से प्रॉपर्टी अपने नाम करवा लेता था। नगर निगम के पैनल में वकील का जूनियर होने के नाते अशोक की नगर निगम के अधिकारियों में भी काफी पैठ है। अशोक इसी का फायदा उठाता रहा है। मनीमाजरा की हरेक प्रॉपर्टी का ब्यौरा अशोक के पास रहता था। स्थानीय निवासियों का यह भी कहना है कि अशोक काफी समय से अपने आपको वकील बताता था।

अब दोबारा खुलेंगे केस

जाली डिग्री के आधार पर अशोक ने जिन केसों की पैरवी की, अब वह केस फिर से खुलेंगे। अशोक पिछले कई सालों से विभिन्न केसों में पैरवी कर चुका है।
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