जागरण ब्यूरो, लखनऊ राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के अंतर्गत चल रहे अंधता निवारण कार्यक्रम में सीबीआइ को बड़े पैमाने पर गड़बडि़यां मिली हैं। बीते दिनों सीबीआइ ने दस अस्पतालों में छापा मारकर दस्तावेज एकत्र किए थे। जांच में पता चला कि इन अस्पतालों में आंखों के ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाले लेंस के नाम पर मरीजों से दो से चार हजार रुपयों तक की वसूली की गई। सूत्रों के अनुसार आपरेशन के बाद मरीजों को अस्पताल तक आने-जाने का खर्च भी नहीं दिया गया। यही नहीं एक ही मरीज का नाम कई-कई बार रजिस्टर में दर्ज किया। सरकार एक मरीज के आंख के ऑपरेशन पर खर्च के रूप में अस्पताल को 750 रुपये देती है। इनका व्यय मरीजों पर तो दूर अस्पतालों ने मरीजों को लेंस लगाने व अन्य खर्चो के नाम पर खूब ठगा। ऑपरेशन के डेढ़ माह बाद मरीजों को दिए जाने वाले नि:शुल्क चश्मे भी नहीं दिए गए। ऑपरेशन उन निजी अस्पतालों में हुए, जो अंधता निवारण कार्यक्रम से जुडे़ हैं। सीबीआइ को बड़े पैमाने पर गड़बडि़यां मिली हैं।