अमित मिश्रा, रोहतक
यहां सर छोटूराम स्टेडियम में चल रही सेना की भर्ती प्रक्रिया के दौरान कई दर्जन युवकों के प्रतिबंधित दवाइयों के साथ पकड़े जाने से हड़कंप मच गया है। दौड़ परीक्षण पास करने के लिए इन दवाओं का प्रयोग किया जा रहा है। दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय सेना के अधिकारी उन्हें चेतावनी देकर छोड़ रहे हैं। सेना की भर्ती में डोपिंग के साये ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं। चार दिनों से चल रही इस खुली भर्ती के दौरान हर रोज 20 से 25 युवा प्रतिबंधित दवाओं व सीरिंज के साथ पकड़े जा रहे हैं। सेना के अधिकारियों के पास एक बैग सीरिंज व प्रतिबंधित दवाएं एकत्र हो गई हैं। सेना के उच्चाधिकारियों ने सभी अभ्यर्थियों की सघन जांच का आदेश दिया है। परेशानी यह है कि स्टेडियम में घुसने से पूर्व यदि कोई युवक दवा ले लेता है तो उसकी पहचान कर पाना मुश्किल है। इसके लिए सिर्फ डोपिंग टेस्ट ही एक उपाय है, लेकिन इसकी परीक्षण की प्रक्रिया काफी लंबी है। लिहाजा पकड़े गए युवाओं के खिलाफ कार्रवाई के बजाय सेना के अधिकारी उन्हें चेतावनी देकर छोड़ रहे हैं। सेना के अधिकारी मामले को उच्चाधिकारियों के समक्ष ले जाने की तैयारी में हैं। सूचना है कि शुक्रवार को एक उच्चाधिकारी रोहतक पहुंच रहे हैं। उनके समक्ष मामला रखकर आगामी रणनीति तय की जाएगी कि पकड़े जाने वाले युवाओं के साथ क्या किया जाए और उनकी पहचान कैसे की जाए।