अगर आप पांचवीं पास है और कम शैक्षणिक योग्यता की वजह से आप किसी कोर्स में दाखिला नहीं ले पा रहे है तो आपके लिए एक खुशखबरी है। अब आईटीआई में ऐसे कोर्स शुरू किए जा रहे है, जिनमें पांचवीं पास भी दाखिल ले सकेंगे।
इन कोर्सों की एक खास बात यह है कि यह सभी अल्पावधि कोर्स होंगे, जिनकी समयावधि भी कुछ महीनों की होगी। किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ चुके लोग इन कोर्सों में प्रवेश लेकर अपने जीवन को एक नई दिशा दे सकेंगे। मॉड्यूलर इंप्लायमेंट स्किल्स के तहत शुरु किए जाने वाले यह कोर्स पूरी तरह से रोजगारपरक होंगे। हालांकि कोर्सों की संख्या काफी ज्यादा है। इस वजह से किसी भी संस्थान में कोई भी कोर्स शुरू किए जाने से पहले उसमें एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या और उस कोर्स से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर देखा जाएगा। उस कोर्स में कम से कम विद्यार्थियों की संख्या 20 होनी चाहिए। कोर्स की कक्षाएं प्रतिदिन संस्थान की कक्षाएं खत्म होने के बाद लगेंगी, जबकि शनिवार को पूरे दिन कक्षाएं लगेंगी। इन कोर्सों की खास बात यह है कि ये सभी कोर्स काफी कम अवधि के है। इसके अलावा इन कोर्सों के लिए न्यूनतम योज्यता पांचवीं और अधिकतम योग्यता बारहवीं पास रखी गई है, ताकि जो अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके, वो इन कोर्सों का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा सकें।
इन क्षेत्रों के होंगे कोर्स
टेक्सटाइल, इंडस्ट्रीयल इलेक्ट्रिकल्स, ट्रेवल एंड टूरिज्म, लेदर एंड स्पोट्र्स गुड्स, फूड प्रोसेसिंग, भवन निर्माण, पेंट, खिलौने बनाना, रेफ्रिजरेटर व एयर कंडीशनर रिपेयरिंग, प्रिंटिंग, प्लास्टिक प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल, पशुपालन, मछली पालन, पेपर मेकिंग, कृषि आदि 67 क्षेत्रों के कोर्स कराए जाएंगे।
इन कोर्सों की एक खास बात यह है कि यह सभी अल्पावधि कोर्स होंगे, जिनकी समयावधि भी कुछ महीनों की होगी। किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ चुके लोग इन कोर्सों में प्रवेश लेकर अपने जीवन को एक नई दिशा दे सकेंगे। मॉड्यूलर इंप्लायमेंट स्किल्स के तहत शुरु किए जाने वाले यह कोर्स पूरी तरह से रोजगारपरक होंगे। हालांकि कोर्सों की संख्या काफी ज्यादा है। इस वजह से किसी भी संस्थान में कोई भी कोर्स शुरू किए जाने से पहले उसमें एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या और उस कोर्स से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर देखा जाएगा। उस कोर्स में कम से कम विद्यार्थियों की संख्या 20 होनी चाहिए। कोर्स की कक्षाएं प्रतिदिन संस्थान की कक्षाएं खत्म होने के बाद लगेंगी, जबकि शनिवार को पूरे दिन कक्षाएं लगेंगी। इन कोर्सों की खास बात यह है कि ये सभी कोर्स काफी कम अवधि के है। इसके अलावा इन कोर्सों के लिए न्यूनतम योज्यता पांचवीं और अधिकतम योग्यता बारहवीं पास रखी गई है, ताकि जो अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके, वो इन कोर्सों का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा सकें।
इन क्षेत्रों के होंगे कोर्स
टेक्सटाइल, इंडस्ट्रीयल इलेक्ट्रिकल्स, ट्रेवल एंड टूरिज्म, लेदर एंड स्पोट्र्स गुड्स, फूड प्रोसेसिंग, भवन निर्माण, पेंट, खिलौने बनाना, रेफ्रिजरेटर व एयर कंडीशनर रिपेयरिंग, प्रिंटिंग, प्लास्टिक प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल, पशुपालन, मछली पालन, पेपर मेकिंग, कृषि आदि 67 क्षेत्रों के कोर्स कराए जाएंगे।