Wednesday, 20 April 2011

स्टेट पास अध्यापकों को देना होगा दोबारा टेस्ट!

डा. सुरेंद्र धीमान
चंडीगढ़।
हरियाणा में अब पहली से पांचवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले टीचरों को शिक्षक योग्यता परीक्षा (टीईटी) दोबारा देनी पड़ सकती है क्योंकि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने सभी राज्यों को जो अधिसूचना भेजी है, उसके सिलेबस के अनुसार हरियाणा के राज्य शिक्षक पात्रता टेस्ट नहीं हुए हैं। अब पहली से पांचवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले टीचरों का एक टेस्ट होगा और छठी से आठवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले टीचरों का दूसरा टेस्ट होगा। डेढ़ घंटे के इस टेस्ट के 150 अंकों में से पास होने के लिए न्यूनतम 60 अंक लेना जरूरी है।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने हरियाणा को भेजी अधिसूचना (अमर उजाला के पास भी है) के अनुसार सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में वही व्यक्ति टीचर लग सकेगा, जिसने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद या संबंधित राज्य सरकार द्वारा संचालित शिक्षक पात्रता टेस्ट पास किया होगा। इसके लिए जो टीचर पहली से पांचवीं तक पढ़ाना चाहता है, उसे एक टेस्ट देना होगा अगर कोई छठी से आठवीं तक पढ़ाना चाहता है तो उसे दूसरा टेस्ट देना होगा।
कोई भी व्यक्ति दोनों टेस्ट पास कर सकता है। अगर कोई व्यक्ति इस टेस्ट में अपने नंबर बढ़ाना चाहता है तो वह कई बार टेस्ट दे सकता है। एक बार टेस्ट पास करने के बाद जो सर्टिफिकेट मिलेगा, उसकी सात साल तक शिक्षक चयन के लिए योग्यता बनी रहेगी। सात साल के दौरान नियुक्ति न होने पर फिर से टेस्ट पास करना होगा।
 
नेगेटिव मार्किँग नहीं होगी
पहली से पांचवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले टीचरों के लिए होने वाले टेस्ट-एक के प्रश्नपत्र में पांच प्रकार के प्रश्न होंगे। इनमें बच्चों का विकास और शिक्षण शास्त्र, भाषा एक और भाषा दो, गणित और पर्यावरण शिक्षा से संबंधित एक-एक अंक के 30-30 प्रश्न होंगे। नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी। इसी तरह छठी से आठवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले टीचरों के लिए टेस्ट-दो के प्रश्नपत्र में भी पांच प्रकार के प्रश्न होंगे। इनमें बच्चों का विकास और शिक्षण शास्त्र (कंपलसरी), भाषा एक (कंपलसरी), भाषा दो (कंपलसरी) के अलावा गणित और साइंस टीचर के लिए गणित व साइंस से संबंधित 60 प्रश्न होंगे।
 
गेस्ट टीचर मिले निदेशक से
चंडीगढ़ (ब्यूरो)।
हरियाणा के गेस्ट टीचरों के प्रतिनिधि सेकेंडरी एजूकेशन के निदेशक विजयेंद्र कुमार और एलीमेंटरी एजूकेशन के निदेशक पंकज यादव से उनके दफ्तर में बुधवार को मिले। गेस्ट टीचरों के प्रतिनिधि राजेंद्र शास्त्री ने बताया कि विजयेंद्र कुमार से पांच-छह बिंदुओं पर चर्चा हुई और सहमति बनी है।
जो टीचर इसलिए हटा दिए हैं कि उनके विषयों का मिश्रण सही नहीं है, उन्हें दोबारा बहाल किया जाएगा क्योंकि आरटीई के तहत कार्यरत टीचरों को अपनी योग्यता पूरी करने के लिए पांच साल का समय दिया गया है। जो टीचर रेगुलर टीचर आने के बाद हटा दिए गए थे, उन्हें एडजस्ट किया जाएगा और जो महिला टीचर को ससुराल के पास ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
 
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने भेजी अधिसूचना 
150 नंबरों का टेस्ट होगा न्यूनतम पास अंक 60
कानूनी सलाह लेंगे
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की गाइडलाइंस मिल गई हैं। उसके अनुसार जो शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके हैं, उन्हें दोबारा टेस्ट पास करना पड़ेगा। अंतिम फैसला करने से पहले विधि सलाहकार से राय ली जा रही है।
- विजयेंद्र कुमार
निदेशक, सेकेंडरी एजूकेशन
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