Monday, 7 November 2011

आदमी एक और हाजिरी दो .. कुछ गड़बड़ है ?

संजय योगी, हिसार अब तक आपने केवल पशुओं का ही क्लोन बनने के बारे में सुना होगा लेकिन गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने शायद इंसान का भी क्लोन बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है। तभी विवि का एक कर्मचारी एक ओर तो कार्यालय में अपनी डयूटी बजा रहा है तो दूसरी ओर वह एमटेक की कक्षाएं भी लगा रहा है। इस संबंध में कुछ विद्यार्थियों विवि के रजिस्ट्रार को शिकायत दी है। सूत्रों के अनुसार विवि की लेखा शाखा में कार्यरत असिस्टेंट कम डाटा इंट्री आपरेटर ने लेखा शाखा की अनुमति के बाद वर्ष 2010 में विवि के ही पर्यावरण एवं अभियांत्रिकी विभाग में एमटेक करने के लिए दाखिला लिया था। परंतु दाखिले के लगभग सवा माह बाद ही दस नवंबर 2010 को ही अपने विभाग में आवेदन देकर कहा कि वह एमटेक नहीं करना चाहता इसलिए उसकी इस कार्य के लिए ली गई विभागीय अनुमति को रद किया जाए। आवेदन के अनुरूप विवि की स्थापना शाखा ने दिनांक 19 नवंबर को विभागीय अनुमति रद करने का पत्र जारी कर दिया। इस पत्र की एक-एक प्रति पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के चेयरमैन व डिप्टी रजिस्ट्रार लेखा शाखा को भेज दी गई। बावजूद इसके कर्मचारी ने आज तक लेखा शाखा व एमटेक की कक्षाएं दोनों ही जगह अपनी हाजिरी लगा रहा है। परीक्षा के बाद कर रहा है शोध कार्य विभागीय अनुमति रद होने के बाद कर्मचारी ने पहले व दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं भी दी जबकि परीक्षा में बैठने के लिए कक्षा में 75 प्रतिशत हाजिरी अनिवार्य होती है। इसके अलावा उक्त कर्मचारी ने वर्ष 2011 के जून व जुलाई में छह सप्ताह की समर ट्रेनिंग भी ली है। फिलहाल कर्मचारी तीसरे सेमेस्टर में है, विभाग के रिकार्ड अनुसार उसे शोध कार्य के लिए गाइड अॅलाट कर दिया गया है। छुट्टी लेने पर नहीं मिलता वेतन नियमानुसार अगर कोई कर्मचारी छुट्टी लेकर कोई कोर्स या डिग्री करता है तो उसे उस दौरान का वेतन नहीं मिलता। उक्त कर्मचारी ने विभागीय अनुमति रद होने से पहले 27 सितंबर से 9 नवंबर 2010 तक ली गई छुट्टियों को अर्जित अवकाश में तबदील करवा लिया तथा उसका वेतन भी ले लिया। चेयरमैन व डीआर अकाउंट्स की टिप्पणी मांगी है : प्रो जागलान विवि के रजिस्ट्रार प्रो आरएस जागलान ने बताया कि इस संबंध में उन्हें मंगलवार को ही यह शिकायत मिली है। इस मामले में पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के चेयरमैन व डिप्टी रजिस्ट्रार लेखा शाखा से टिप्पणियां मांगी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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