Tuesday, 8 November 2011

एक दिन दो परीक्षा, जगह अलग-अलग

बोर्ड द्वारा फार्म भरने के समय बाकायदा सूचना जारी की गई थी कि एक ही दिन कैटेगरी नंबर एक और दो की परीक्षा देने वालों को एक ही परीक्षा केंद्र दिया जाएगा। इसमें भी गड़बड़ी देखने को मिली। रोहतक से आए राकेश कुमार ने बताया था कि उसकी दोनों कैटेगिरी की परीक्षा एक दिन ही है। एक परीक्षा केंद्र पानीपत और दूसरी फरीदाबाद मिला। इसी तरह के और भी उदाहरण थे। इस गलती को तो बोर्ड ने सुधारा भी, पर इसके लिए आवेदकों को भिवानी तक आना और गलती सुधरवाना किसी जंग जीतने से कम नहीं था। 
24 व 25 को होनी थीपरीक्षा
शुरुआत में कैटेगरी-1(कक्षा पहली से पांचवी शिक्षक वर्ग) की २४ सितंबर सुबह के सत्र में, कैटेगरी-2(छठी से आठवीं तक शिक्षक वर्ग) की शाम के सत्र में और 25 सितंबर को कैटेगरी-3 लेक्चरर की परीक्षा निर्धारित की गई थी। इसी दौरान हिसार लोकसभा उपचुनाव की घोषणा तय हो गई। ऐसे में इस नए संकट ने शिक्षा बोर्ड की परेशानी और बढ़ा दी। 
भाषा शिक्षकों ने डाला नया अड़ंगा

चुनाव आयोग से तो इस बारे में बोर्ड को स्वीकृति मिल गई थी। बताते हैं कि इसी बीच भाषा अध्यापकों के लिए आवेदन करने वाले फार्म में भाषा का विकल्प न होने पर कोर्ट चले गए, वहां से निर्देश हुए तो बोर्ड के लिए नया संकट खड़ा हो गया। चुनाव को देखते हुए दस पांच दिन परीक्षा आगे नहीं बढ़ाई जा सकती थी। ऐसे में बोर्ड से 24 और 25 सितंबर की जगह परीक्षा की पांच और छह नवंबर नई तिथि तय की गई। 
खुद तोड़ा फ्लूड मनाही का नियम

बोर्ड की तरफ से परीक्षा में गलती होने पर फ्लूड के प्रयोग की साफ मनाही थी, पर हुआ ऐसा कि उन्हें खुद ही कहना पड़ा कि फ्लूड लगवाकर पेपर करा दों। करनाल के एक परीक्षा केंद्र में यह लापरवाही बड़े तौर पर सामने आई। यहां सील टूटी हुई प्रश्न पुस्तिकाएं और प्रयोग की हुइ ओएमआर शीट परीक्षार्थियों को मिली। मामला बिगडऩे पर स्वंय परीक्षा केंद्र संचालकों ने उन्हें फ्लूड उपलब्ध कराया और भरी हुई शीट को सही कराकर परीक्षा दिलवाई। 
बोर्ड ने रद्द होने से बचाए हजारों फार्म

जहां एच टेट में भारी अव्यवस्थाएं देखने को मिली, वहीं पर इस बार बोर्ड ने आवेदकों को सहुलियतें भी दी। फार्म भरने में हुई गड़बडिय़ों पर फार्म रद्द न कर उन्हें अंतिम समय तक इन्हें सुधारने का मौका दिया गया। इससे हजारों आवदेकों के फार्म रद्द होने से बच गए। पिछली परीक्षाओं में बोर्ड से ऐसे फार्म रद्द होते रहे हैं जिनमें अधूरी जानकारियां भरी हुई थी। बोर्ड ने इस बार तो प्राथमिक स्तर पर जहां फार्म जमा हुए वहीं पर इनकी स्क्रीनिंग कराई। पहले यह तय नहीं था कि किसी को दो परीक्षाएं देनी है तो उसके दो अलग-अलग परीक्षा केंद्र मिलते थे, इस बार बोर्ड ने फार्म में ही यह सुविधा दी थी कि वो अपने फार्म में दोनों श्रेणियों के फार्म क्रमांक लिख दे, ताकि उन्हें एक ही परीक्षा केंद्र जारी किया जा सके।



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