प्रदेश के लगभग 15 हजार छात्र कर रहे परीक्षा का इंतजार, 2008-10 के स्पेशल बैच के नाम पर दी हुई है लगभग 11 करोड़ की राशि, जम्मू के शिक्षा मंत्री से भी लगाई गुहार
जितेंद्र बूरा, जींद
प्रदेश के 15 हजार के करीब युवक-युवतियां बोर्ड आफ स्कूल एजुकेशन जम्मू से ईटीटीसी (जेबीटी) के 2008-10 के स्पेशल बैच में उलझकर रह गए हैं। आवेदकों ने अपने जानकारों या रिश्तेदारों के माध्यम से जम्मू के कालेजों में दाखिला तो लिया, लेकिन दो वर्ष बाद भी परीक्षा नहीं हुई। बोर्ड में प्रति छात्र करीब साढ़े आठ हजार रुपए के हिसाब से 11 करोड़ रुपए से अधिक की राशि कालेजों की अटकी है, वहीं बिचौलियों या जानकारों के माधम से प्रत्येक आवेदक ने 30 से 40 हजार रुपए (दो वर्ष) के हिसाब से एडमिशन लिया है। दाखिला लेने वालों को समझ नहीं आ रहा है कि वे अब कहीं अन्य जगह दाखिला लें या फिर परीक्षा के इंतजार में बैठें।
50 हजार ने लिया था दाखिला : शिक्षक लगने की चाह में प्रदेश भर के लगभग 50 हजार युवक-युवतियों ने जम्मू बोर्ड आफ स्कूल एजुकेशन से ईटीटीसी करने के लिए जम्मू के विभिन्न कालेजों के माध्यम से दाखिला लिया था। बोर्ड ने इस सत्र के प्रथम वर्ष की परीक्षा जून 2010 में ली, लेकिन हरियाणा के 15 हजार विद्यार्थियों की लेट एडमिशन के नाम पर परीक्षा नहीं हो पाई। विद्यार्थियों के आग्रह के बाद बोर्ड ने 5 सितंबर 2010 को न्यूज पेपर में नोटिस जारी कर नवंबर 2010 में परीक्षा लेने की घोषणा की। इस बीच सत्र 2009-11 के दाखिले भी हुए और अप्रैल 20011 में उनकी परीक्षा भी हुई। हालात यह है कि वर्ष 2011 अंतिम चरण में है, लेकिन 2008-10 के सत्र के स्पेशल बैच के आवेदकों की परीक्षा नहीं हो पाई है।
शिक्षा मंत्री से भी लगाई है गुहार : परीक्षा कराने या फिर राशि वापस देने की मांग को लेकर 16 नवंबर को अनेक अभिभावक एवं आवेदक जम्मू के शिक्षामंत्री से भी मिले। जींद निवासी सूर्य वत्स, सुशील शर्मा दालमवाला, विनोद महता तोशाम, संदीप बूरा महम ने बताया कि वे कई बार बोर्ड सचिव से भी मिले, लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है। शिक्षामंत्री ने बोर्ड के चैयरमैन को उनकी शिकायत निदान के लिए भेजी है और उचित कार्रवाई का अश्वासन दिया है।
50 हजार ने लिया था दाखिला : शिक्षक लगने की चाह में प्रदेश भर के लगभग 50 हजार युवक-युवतियों ने जम्मू बोर्ड आफ स्कूल एजुकेशन से ईटीटीसी करने के लिए जम्मू के विभिन्न कालेजों के माध्यम से दाखिला लिया था। बोर्ड ने इस सत्र के प्रथम वर्ष की परीक्षा जून 2010 में ली, लेकिन हरियाणा के 15 हजार विद्यार्थियों की लेट एडमिशन के नाम पर परीक्षा नहीं हो पाई। विद्यार्थियों के आग्रह के बाद बोर्ड ने 5 सितंबर 2010 को न्यूज पेपर में नोटिस जारी कर नवंबर 2010 में परीक्षा लेने की घोषणा की। इस बीच सत्र 2009-11 के दाखिले भी हुए और अप्रैल 20011 में उनकी परीक्षा भी हुई। हालात यह है कि वर्ष 2011 अंतिम चरण में है, लेकिन 2008-10 के सत्र के स्पेशल बैच के आवेदकों की परीक्षा नहीं हो पाई है।
शिक्षा मंत्री से भी लगाई है गुहार : परीक्षा कराने या फिर राशि वापस देने की मांग को लेकर 16 नवंबर को अनेक अभिभावक एवं आवेदक जम्मू के शिक्षामंत्री से भी मिले। जींद निवासी सूर्य वत्स, सुशील शर्मा दालमवाला, विनोद महता तोशाम, संदीप बूरा महम ने बताया कि वे कई बार बोर्ड सचिव से भी मिले, लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है। शिक्षामंत्री ने बोर्ड के चैयरमैन को उनकी शिकायत निदान के लिए भेजी है और उचित कार्रवाई का अश्वासन दिया है।