अग्रोहा, संवाद सहयोगी : आम धारणा है कि पढ़े-लिखे व शिक्षित लोगों में गलती करने की सम्भावना कम होती है, लेकिन अगर अध्यापकों की परीक्षा लेने वाला स्कूल शिक्षा बोर्ड ही गलती पर गलती करे, तो बात समझ से परे हो जाती है। आजकल स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा छह नवम्बर को अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की जा रही है, जिसके रोल न. परीक्षार्थियों के पास बोर्ड द्वारा भेजे जा रहे हैं। इनमें से कई परीक्षार्थियों को एक ही दिन में अलग-अलग जगहों के लिए परीक्षा केंद्र निर्धारित कर बोर्ड ने उनके सामने समस्या खड़ी कर दी है। बोर्ड की ऐसी ही गलती की भुगत भोगी है, नरवाना तहसील के गांव जाजनवाला निवासी सुमन रानी, जिसे बोर्ड ने एक ही दिन छह नवम्बर को 11 बजे पहले तो महर्षि विद्या मंदिर जगाधरी बुलाया है, जो साढ़े बारह बजे खत्म होगा तथा इसके पश्चात 2.30 पर देव समाज कालेज अम्बाला में सेंटर बनाया गया है, जहां चार बजे तक पेपर चलेगा। यानी सुमन को दो घंटे के अंतराल में दोनों जगहों पर पहुंचना होगा, जो कि मुश्किल ही नहीं बल्कि असम्भव है। दोनों स्थानों के काल लेटर मिलने के बाद सुमन असमंजस में है कि वह पहले कहां पहुंचे और कहां नहीं। गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा अध्यापक पात्रता परीक्षा के लिए परीक्षार्थी को दो पेपर देने होते हैं। जिसके लिए परीक्षार्थी को एक ही परीक्षा केन्द्र दिया जाता है, ताकि वह दोनों पेपर एक ही दिन एक साथ दे सके। लेकिन बोर्ड ने एक ही दिन में दो अलग-अलग स्थानों पर परीक्षा केन्द्र निर्धारित कर सुमन के सामने समस्या खड़ी कर दी है।