जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली मेडिकल कौंसिल आफ इंडिया (एमसीआइ) के पूर्व अध्यक्ष केतन देसाई के खिलाफ दो करोड़ रिश्वत लेने के मामले में आरोपपत्र दाखिल करने के एक हफ्ते बाद ही सीबीआइ ने डेंटल कौंसिल आफ इंडिया (डीसीआइ) के पूर्व अध्यक्ष और पद्म भूषण से सम्मानित डॉ. अनिल कोहली के खिलाफ भी शिकंजा कस दिया है। जांच एजेंसी लंबे समय से उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही थी। 2005 से 2010 के बीच डीसीआइ का अध्यक्ष रहते हुए आय से अधिक संपत्ति बनाने के आरोपों की जांच के सिलसिले में जांच एजेंसी ने कोहली के दिल्ली स्थित छह ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। सीबीआइ ने छापे में कोहली की करोड़ों की चल-अचल संपत्ति से जुड़े दस्तावेज मिलने का दावा किया है। सीबीआइ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अनिल कोहली के अध्यक्ष रहते हुए डीसीआइ में मचे भ्रष्टाचार के साथ-साथ इस दौरान उनके द्वारा बनाई गईं करोड़ों की संपत्तियों की शिकायत लंबे समय से मिल रही थी। प्रारंभिक जांच के दौरान आरोपों के सही पाए जाने के बाद सीबीआइ ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज करने का फैसला किया। दैनिक जागरण ने पिछले साल 16 जुलाई को कोहली के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर विस्तार से खबर दी थी। उस समय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन आरोपों की जांच के लिए दो निदेशकों की समिति का गठन किया था। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कोहली के खिलाफ आरोपों पर अपनी मुहर लगा थी। एफआइआर दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने दिल्ली स्थित कोहली के छह ठिकानों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान एक करोड़ 16 लाख नकद के अलावा करोड़ों की अचल संपत्तियों के सबूत मिले हैं। इनमें एक संपत्ति कोहली ने 2005 से 2010 के बीच डीसीआइ अध्यक्ष रहते हुए खरीदी थी और इसके लिए 82 लाख रुपये का भुगतान चेक से किया था। इसके साथ ही कोहली के चार बैंक एकाउंट और एक लॉकर का भी पता चला है, जिसकी जांच की जा रही है। सीबीआइ के प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली के गुलमोहर पार्क स्थित एक आलीशान मकान, लाजपत नगर में चार दुकानें और नजफगढ़ के पास एक फार्म हाउस का पता चला है।