Wednesday 27 April 2011

स्टेट पास को फिर नहीं देनी होगी परीक्षा

केसरी शर्मा, भिवानी
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा के संशय से पर्दा उठा गया है। हरियाणा सरकार द्वारा पात्रता परीक्षा के लिए लिए तैयार मसौदे पर अब केंद्र सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय की मुहर लग गई है। अब हरियाणा में स्टेट (राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा) की बजाय हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटीईटी) आयोजित की जाएगी। पहली बार परीक्षा जुलाई में होनी है। अब भावी शिक्षकों को नेगेटिव मार्किग का सामना नहीं करना पड़ेगा। पास प्रतिशतता को 50 फीसदी से बढ़ाकर 60 फीसदी कर दिया गया है। खास बात यह है स्टेट पास उम्मीदवारों को फिर से परीक्षा नहीं देनी होगी। प्रदेश में दिसंबर 2009 के बाद से अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया था। प्रदेश के हजारों भावी शिक्षकों में लम्बे अर्से से अध्यापक पात्रता परीक्षा के आयोजन को लेकर संशय बना हुआ था। आशंका जताई जा हीर थी कि केंद्र सरकार की टीईटी लागू होने से राज्य पात्रता अध्यापक परीक्षा (स्टेट) पास अध्यापक योग्य नहीं होंगे। न्यायालय के दबाव के बाद आखिर हरियाणा सरकार ने अध्यापक पात्रता परीक्षा का शेड्यूल तो सार्वजनिक कर दिया था। मसौदे तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा गया था। अब केंद्रीय शिक्षा नीति के मापदण्डों पर आधारित हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड एचटीईटी परीक्षा का आयोजन करवाएगा। सेकेंडरी शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव सुरीना राजन की मानव संसाधन मंत्रालय में शिक्षा सचिव के साथ हुई अहम बैठक के बाद हरियाणा की अध्यापक पात्रता परीक्षा पर केंद्र की मोहर लग गई है। खास बात यह है कि राज्य पात्रता परीक्षा (स्टेट) में पास अध्यापकों को दोबारा से पात्रता परीक्षा की कसौटी पर खरा नहीं उतरना पड़ेगा, क्योंकि केन्द्र सरकार ने हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा को केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के समकक्ष मान लिया है। 53 हजार 769 शिक्षक कर चुके हैं स्टेट पास : शिक्षा बोर्ड अब तक तीन अध्यापक पात्रता परीक्षाओं का आयोजन कर चुका है। वर्ष 2008 में पहली बार राज्य अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया। इसके बाद वर्ष 2009 में जुलाई और दिसंबर में इस परीक्षा का आयोजन हुआ। अब तक 12 हजार 726 जेबीटी, 18 हजार 369 मास्टर और 22 हजार 674 लेक्चरर अध्यापक पात्रता परीक्षा पास कर चुके हैं। कुल मिलाकर 53 हजार 769 शिक्षक राज्य पात्रता परीक्षा में पास आउट हुए हैं।
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