Monday, 4 July 2011

अब कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर कूड़ा बीनता नहीं दिखाई देगा

सुरेंद्र कुमार, कैथल अब कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर कूड़ा बीनता नहीं दिखाई देगा। शिक्षा विभाग ने हर घुमंतू बच्चे को शिक्षित करने के लिए नगर पार्षद, ब्लॉक, समिति, जिला परिषद के साथ-साथ पंच-सरपंचों का सहयोग लेंगें। नगर परिषद व जिला परिषद में एक रजिस्टर रखा जाएगा, जिसमें स्कूल से बाहर घूम रहे बच्चों का नाम व पते का रिकॉर्ड होगा। 28 जून को गुड़गांव में आयोजित बैठक में शिक्षा निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के साथ स्कूलों में घटती विद्यार्थियों की संख्या और घुमंतू बच्चों के भविष्य पर गहन चिंतन किया। बैठक में किसी भी कारण से स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों को शिक्षित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का फैसला लिया गया। इसके लिए सभी मौलिक शिक्षा अधिकारी जिला पार्षदों, ब्लाक समिति व पंच-सरपंचों के साथ बैठक कर हर बच्चे को स्कूल में दाखिला कराने का बीड़ा उठाएंगे। सभी नगर एवं जिला पार्षद अपने-अपने वार्ड का दौरा कर बच्चों का नाम व पता लिखकर नगर परिषद और जिला परिषद के चेयरमैन को रिपोर्ट करेंगे। उनकी पूरी जानकारी एक रजिस्टर में दर्ज होगी। पार्षद शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर स्कूल नही जा रहे बच्चों के परिजनों को जागरूक करेंगे। पंचायत प्रतिनिधियों से लिया जाएगा सहयोग : डीईईओ : जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दर्शना देवी ने बताया कि विभाग द्वारा घुमंतू बच्चों को शिक्षित करने के लिए अभियान चलाएगा। इसमें पार्षद, जिला परिषद, ब्लाक समिति व पंच-सरपंचों की मदद ली जाएगी। इससे शिक्षा का स्तर बढ़ेगा।
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