हिसार, जागरण संवाददाता : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति के लिए रविवार को पात्र अध्यापकों ने विरोध प्रदर्शन कर शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर जिले के सभी पात्र अध्यापकों ने गुजरी महल से फव्वारा चौक तक रैली निकालकर प्रमाण पत्र की प्रतियां जलाई। पात्र अध्यापक संघ की उपाध्यक्ष अर्चना सुहासिनी ने बताया कि सरकार ने कोर्ट में हलफनामा देकर कहा था कि 31 दिसंबर तक शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति कर ली जाएगी, लेकिन प्रशासन ने शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति के लिए अभी तक विज्ञापन भी जारी नहीं किया किया है। उन्होंने कहा कि सरकार हर वर्ष पात्र अध्यापक परीक्षा ले रही हैं, जिससे योग्य उम्मीदवारों की संख्या बड़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन गेस्ट शिक्षकों को हटा कर नई नियुक्ति करने की जगह गेस्ट शिक्षकों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं दे रही हैं। इस मौके पर जिला प्रधान पवन कुमार ने कहा कि प्रदेश में 25 हजार से अधिक शिक्षकों की सीटें खाली हैं। इस पर कोर्ट ने स्थायी नियुक्ति करने के आदेश दिए हैं, लेकिन सरकार उसकी अवहेलना कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार यदि मार्च तक शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी नहीं करती तो पात्र अध्यापक आमरण अनशन करेंगे। उन्होंने बताया कि रविवार को शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपकर शिक्षक भर्ती बोर्ड के चेयरमैन व सदस्य को बहाल करने, नियमित शिक्षकों की भर्ती करने, एसएस मास्टर की लंबित सूची जारी करने व स्कूल लेक्चरर की लंबित भर्ती को जल्द शुरू करने की मांग की गई है। इस मौके पर बिजेंद्र लहरियां, नानकचंद्र, राजेश, सुनील ढिल्लो सहित सैकड़ों पात्र अध्यापक उपस्थित थे।