Wednesday, 14 December 2011

स्कूल टाइम में जनगणना की तो अध्यापकों की खैर नहीं

शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त ने लगाई रोक 
संजय आहूजा, फतेहाबाद 
सरकारी स्कूलों के लेक्चरर व अध्यापक अब स्कूल टाइम के दौरान जाति जनगणना के लिए ड्यूटी नहीं दे पाएंगे। शिक्षकों को जनगणना का कार्य स्कूल की छुट्टी के बाद करने के निर्देश दिए गए हैं। इसका मकसद विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित न होने देना है। आदेश का उल्लंघन न हो इसके लिए विभाग ने संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल व मुख्याध्यापक को नजर रखने को कहा गया है।

इस बारे में शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव सुरीना राजन ने मंगलवार को सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है। जिसमें आदेश की पूरी पालना होने को कहा गया है। आदेश में कहा गया है कि सरकारी स्कूलों में कार्यरत काफी लेक्चरर व अध्यापकों की ड्यूटी जनगणना कार्य में लगी हुई है। चूंकि दसवीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षाएं आने को हैं, इसलिए वह तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे में यदि अध्यापक स्कूल में पढ़ाने की बजाए जनगणना ड्यूटी करते हैं तो स्कूल की शिक्षा प्रभावित होती है। खासतौर से सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं की शिक्षा। जनगणना में ड्यूटी लेने वाले अध्यापक स्कूल टाइम के दौरान अधिकांश समय जनगणना कार्य में जुटे रहते हैं व स्कूल से गैर हाजिर रहते हैं, ऐसे में पढ़ाई बाधित हो रही है। अब ऐसा नहीं होना चाहिए। जिन अध्यापकों की ड्यूटी जनगणना कार्य में लगी है, वह जनगणना का कार्य स्कूल टाइम के बाद करें न कि स्कूल टाइम के दौरान। भविष्य में यदि किसी शिक्षक द्वारा ऐसा करना पाया जाता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

॥आदेश मिल गए हैं, इस बारे सभी स्कूल मुखियों को अवगत करा दिया जाएगा। किसी भी शिक्षक को स्कूल टाइम में जनगणना कार्य करने की अनुमति नहीं होगी।
गुरदेव सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी
 
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