नई दिल्ली, जासं : डीयू प्रशासन छात्रों के साथ-साथ प्राध्यापकों की कक्षा उपस्थिति दर्ज कराने की योजना बना रहा है। यह कवायद इसलिए की जा रही है, जिससे छात्रों को परीक्षा से वंचित न होना पडे़ और प्राध्यापकों पर इस तरह के आरोप न लगें कि उन्होंने कक्षा ली ही नहीं और मनमाने ढंग से कक्षा उपस्थिति का रिकॉर्ड बना दिया। डीयू सूत्र बताते हैं कि योजना के तहत हर प्राध्यापक को कॉलेज छोड़ने से पहले अपने रजिस्टर में दर्ज उपस्थिति का रिकॉर्ड कॉलेज प्रशासन को सौंपना होगा। इसे कॉलेज प्रशासन अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर ऑन लाइन जारी करेगा। इस ब्योरे को एक क्लिक पर छात्रों के साथ-साथ अभिभावक भी घर बैठे देख सकेंगे। छात्रों को लगेगा कि उनकी उपस्थिति गलत दर्ज हुई है तो वे शिकायत कॉलेज प्रशासन को करेंगे। छात्र घर से कॉलेज जाने के बहाने कहीं और जाएगा तो अभिभावकों को इसकी जानकारी हो जाएगी। इससे छात्र कक्षा में नियमित रहकर उपस्थिति दर्ज कराएगा और उसकी उपस्थिति पूरी होने से उसे परीक्षा में बैठने से वंचित नहीं किया जाएगा। क्योंकि जिन छात्रों को परीक्षा से वंचित किया जा रहा है, उनको अगली सेमेस्टर परीक्षा में भी चांस नहीं दिया जाएगा। ऐसे छात्रों को वर्ष 2012 में शुरू होने वाले सत्र में दोबारा से प्रथम वर्ष में दाखिला दिया जाएगा।