‘ग्रामीण अदालत’ लापरवाह शिक्षकों को देगी सजा
गांव मसीतां में छह सूत्रीय प्रस्ताव पास
शिकायत मिलने पर पंचायत ने बैठक कर कदम उठाया • अमर उजाला ब्यूरो
डबवाली (सिरसा)। स्कूल देरी से आने वाले शिक्षक, स्कूल में शराब के नशे में धुत रहने वाले कर्मचारी और गेट के पास मोबाइल पर गाने बजाने वाले बाहरी लोगों पर ‘ग्रामीण अदालत’ शिकंजा कसेगी। गांव मसीतां में रविवार को सरपंच शिवराज सिंह की अध्यक्षता में ‘ग्रामीण अदालत’ का आयोजन किया गया। इसमें गांव की महिलाओं के अलावा पंचायत सदस्यों और गांव में मौजूद तीन स्कूलों के शिक्षकों ने भाग लिया।
‘अदालत’ के अध्यक्ष ने गांव के लोगों की अलग अलग राय जानी। करीब दो घंटे चली इस ‘अदालत’ में छह बिंदुओं पर आधारित एक प्रस्ताव पारित किया गया। सरपंच शिवराज सिंह ने बताया कि उनको शिकायत मिली थी कि काफी समय से गांव मसीतां का माहौल ठीक नहीं था।
गांव में सरकारी एक हाई स्कूल और दो प्राथमिक विद्यालय खोले गए हैं। हाई स्कूल में काफी समय से अव्यवस्था का माहौल है।
गांव के प्रमुख व्यक्तियों ने इसकी शिकायत पंचायत तक पहुंचाई है। इसी कारण पंचायत ने गांव में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को ‘अदालत’ में पहुंचने का आह्वान किया। अदालत का स्थान हाई स्कूल रखा गया। पूरे गांव के साथ-साथ तीनों स्कूलों के स्टाफ को वहां आमंत्रित किया गया।