Friday, 1 April 2011

राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ कक्षा एक से पांच के ढांचे में बदलाव का विरोध करेगा


 राजकीय प्राथमिक शिक्षा संघ कक्षा एक से पांच के ढांचे में बदलाव का विरोध करेगा और 7 अप्रैल को सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगा।

यह निर्णय राजकीय प्राथमिक शिक्षा संघ की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में राज्य प्रधान विनोद ठाकरान की अध्यक्षता में लिया गया। आज की बैठक में सरकार की कक्षा चार व पांच को प्राथमिक शिक्षकों से लेकर मास्टर्ज को देने की घोषणा पर रोष जताया गया। प्रदेश प्रवक्त दलीप बिश्नोई ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्राथमिक शिक्षक डी.एड पास अध्यापक हैं, जिसे सरकार ने स्नातकोत्तर कोर्स के समकक्ष मान लिया था। उन्होंने कहा कि यदि सरकार कक्षा चार व पांच प्राथमिक शिक्षकों से लेकर अन्य किसी को देती है तो इससे प्राथमिक शिक्षकों के संघ किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने मांग की कि सरकार शिक्षा के अधिकार कानून को सही भावना व प्रावधानों के अनुरुप लागू करे, जिसके अनुसार पहली से पांचवीं तक को प्राथमिक शिक्षा माना गया है। उन्होंने स्कूलों में पढ़ाई का समय  बढ़ाने बारे कहा कि प्राथमिक स्कूलो में अध्यापकों की लगभग 40 घंटे प्रति सप्ताह शिक्षण कार्य करवा रहे हैं इसलिये प्राथमिक स्कूल का समय 8 से 2 बजे तक निर्धारित किया जाये। उन्होंने चेताया कि यदि प्राथमिक शिक्षकों के क्षेत्राधिकार में किसी प्रकार की कटौती की गई तो प्राथमिक शिक्षक संघ 7 अप्रैल को सभी जिलों में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेगा व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगा। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव दीपक गोस्वामी, कोषाध्यक्ष अशोक यादव, कृष्ण कन्हैया, राजेश पुनिया, हरिओम राठी, चतर सिंह, सुरेश, हरदेव, जगबीर कासनिया, राजेश बेनोवाल, रोशन लाल पंवार, सुनील गिरी व देवीशरण आदि ने भी अपने विचार रखे।
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