Thursday, 28 June 2012

गुड एकेडमिक रिकॉर्ड: मंत्री के आदेश एफसी के यहां अटके



गुड एकेडमिक रिकॉर्ड: मंत्री के आदेश एफसी के यहां अटके
बार-बार खारिज होते रहे आवेदन
ऑनलाइन सिस्टम से शर्त न हटने पर दिनभर परेशान होते रहे युवा
प्रमोद वशिष्ठ त्न चंडीगढ़

शिक्षकों के 15 हजार पदों पर आवेदन में रोड़ा बनी 'गुड एकेडमिक रिकॉर्ड' शर्त को सरकार ने वापस लेने की अधिसूचना तो जारी कर दी लेकिन हजारों युवा अब भी आवेदन नहीं कर पा रहे। वजह, ऑनलाइन सिस्टम को अपडेट न किया जाना है। इस तकनीकी खामी के चलते बुधवार को हजारों युवा ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सके। युवा दिनभर प्रयास करते रहे और सिस्टम हर बार इस शर्त का हवाला देकर आवेदन खारिज करता रहा। इन पदों के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 28 जून है। उधर अब इस मुद्दे पर शिक्षा मंत्री, अध्यापक भर्ती बोर्ड और वित्तायुक्त व प्रधान सचिव (शिक्षा) आमने-सामने हैं। गौरतलब है कि राज्य के हजारों बेरोजगारों की मांग पर शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से चर्चा करने के बाद 'गुड एकेडमिक रिकॉर्ड' की शर्त वापस ले ली है। इस शर्त के तहत तीन लोअर परीक्षाओं (10वीं, 12वीं व बीए) में से दो में कम से कम 50 फीसदी और एक में 45 फीसदी अंक होने अनिवार्य थे। भुक्कल ने शर्त वापस लेने का प्रस्ताव रविवार को मुख्यमंत्री को भेजा था जिसके बाद मंगलवार को अधिसूचना जारी हो गई। नियमानुसार रविवार को ही मंत्री के आदेश के बाद ऑनलाइन सिस्टम को अपडेट कर इस शर्त को हटा लिया जाना था लेकिन बुधवार शाम तक ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में हजारों युवा दिनभर परेशान होते रहे।

बढ़ेगी अंतिम तारीख : बुधवार शाम तक वित्तायुक्त (एफसी) एवं प्रधान सचिव (शिक्षा) सुरीना राजन और अध्यापक भर्ती बोर्ड के चेयरमैन नंदलाल पूनिया कहते रहे कि आवेदन की अंतिम तारीख 28 जून ही है लेकिन एक दिन पहले तक शर्त न हटने के कारण इस तारीख का बढऩा लगभग तय है। हजारों युवाओं से जुड़े यह मामला नए विवाद के बाद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के दरबार में भी पहुंच सकता है।

शिक्षा मंत्री खुद भी हैरान

ऑनलाइन आवेदन में 'गुड एकेडमिक रिकॉर्ड' की शर्त न हटने से शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल खुद हैरान हैं। उन्होंने कहा, 'हमने पत्र भेज दिया है और हमारे हिसाब से शर्त मंगलवार को ही हट जानी चाहिए थी। शर्त हटाने का काम अध्यापक भर्ती बोर्ड का है। सरकार के अधिसूचना जारी करने के बावजूद शर्त का न हटना बहुत गंभीर बात है। मैं नहीं चाहती कि एक भी युवा आवेदन से महरूम रहे। युवाओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है। मैं मुख्यमंत्री से बात कर इसका हल निकालूंगी। अगर आवेदन की अंतिम तारीख बढ़ाने की जरूरत पड़ी तो उस पर भी विचार किया जाएगा।'

शर्त हटाना बोर्ड का काम : राजन

नंदलाल पूनिया के बाद जब भास्कर ने वित्तायुक्त (एफसी) एवं प्रधान सचिव (शिक्षा) सुरीना राजन से बात की तो उन्होंने सबकुछ बोर्ड के सिर डाल दिया। जब उनसे कहा गया कि बोर्ड तो आपके आदेश का इंतजार कर रहा है तो राजन ने कहा, 'शर्त हटाने का काम बोर्ड का है और वो ही इसे करेगा। हमें इसमें कुछ नहीं करना है। वैसे भी ये पूरा मामला खुद शिक्षा मंत्री देख रही हैं।'

एफसी के आदेश पर ही हटाएंगे :पूनिया

जब अध्यापक भर्ती बोर्ड के चेयरमैन नंदलाल पूनिया से शर्त न हटने की वजह पूछी तो वह बोले, 'बोर्ड वित्तायुक्त (एफसी) एवं प्रधान सचिव (शिक्षा) सुरीना राजन के अधीन आता है। जब तक एफसी दफ्तर से आदेश नहीं आते, हम कार्रवाई नहीं कर सकते। हां, आदेश आने पर हमें शर्त हटाने में कोई दिक्कत नहीं है।' वैसे पूनिया ने यह जरूर माना कि शर्त वापस होने के बारे में उन्होंने भी सुना है।

सोनीपत के सेक्टर १५ में रहने वाली गीता रानी पीजीटी हिंदी के लिए आवेदन करना चाहती थी। गुड एकेडमिक रिकॉर्ड की शर्त खत्म होने की खबर से खुश होकर गीता बुधवार सुबह १० बजे जब कंप्यूटर पर ऑनलाइन फार्म भरने बैठीं तो सिस्टम ने दसवीं में ४५ फीसदी से कम नंबर बताकर आवेदन खारिज कर दिया। इसके बाद गीता शाम ६.१५ बजे तक कोशिश करत रहीं लेकिन इस शर्त के चलते उनका फार्म एक्सेप्ट नहीं हो पाया। गीता जैसे राज्य में हजारों युवा हैं जो इसी शर्त के चलते बुधवार को आवेदन जमा नहीं कर पाए।
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