शिक्षा विभाग ने एसएसए जेबीटी के 653 पदों के लिए जारी किए नए नियम
• अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। शहर के सरकारी स्कूलों में लंबे समय से शिक्षक बनने का इंतजार कर रहे 30 साल की उम्र पार कर चुके व्यक्ति अब जेबीटी पदों पर आवेदन कर सकते हैं।
शिक्षा विभाग की ओर से सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के तहत 653 शिक्षकों की भरती प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग ने भरती नियमों में फेरबदल कर सैकड़ों युवाओं के लिए नौकरी के दरवाजे खोल दिए हैं। अब सामान्य श्रेणी के तहत 35 वर्षीय व्यक्ति जेबीटी पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जबकि पहले हुई भरती में आयु सीमा 30 साल थी।
महिलाओं को आयु में पांच साल की अतिरिक्त छूट नहीं मिल सकेगी। भरती में ओबीसी कोटे के तहत 3 साल, एसी को 5 और एक्स सर्विसमैन और विकलांग कोटे में 10 साल की छूट दी गई है।
स्थायी शिक्षकों की भरती जल्द
शिक्षा विभाग ने केंद्र सरकार से 107 सरकारी स्कूलों में 2 हजार शिक्षकों के पद मांगे थे। ऐसे में एसएसए की भरती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहले चरण में स्थायी शिक्षकों के 500 पदों पर भरती की तैयारी का काम अंतिम चरण में है। एसएसए भरती के तुरंत बाद स्थायी पदों को भी भरा जाएगा। विभाग स्थायी भरती के नियमों को फाइनल नहीं कर पा रहा है। एसएसए शिक्षकों की भरती के नियमों को भरती में लागू किया जाएगा, लेकिन विभाग कोई फैसला नहीं ले पाया है। विभाग ने ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 3 अप्रैल तय की।
मेरिट में अनुभव की अनदेखी
शिक्षा विभाग अभी तक शिक्षकों की भरती में हमेशा अनुभव को प्राथमिकता देता रहा है, लेकिन इस बार प्राइवेट मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ाने का अनुभव रखने वालों को कोई तवज्जो नहीं दे रहा।
ऐसे में सीनियर सेकेंडरी, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, सीटीईटी में अधिक स्कोर करने वालों की लाटरी लग सकती है। मेरिट के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 20 अंक, बीएड के 20, हायर एजूकेशन के 10 और सीटीईटी स्कोर को 50 अंक दिए गए हैं। शिक्षा विभाग ने एचटैट (हरियाणा) और पीटैट (पंजाब) क्लीयर करने वाले युवाओं को भी इस भरती में आवेदन का मौका दिया है।
कोट
आयु सीमा को केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के तहत तय किया गया है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी अप्रैल तक काफी हद तक पूरी हो जाएगी। स्थायी शिक्षकों के पदों का विज्ञापन भी जल्द प्रकाशित किया जाएगा।
संदीप हंस, डीपीआई स्कूल चंडीगढ़
•पहले आवेदन की आयु सीमा थी 30 वर्ष
• महिलाओं को पांच साल की नहीं मिलेगी छूट