Friday 9 December 2011

जो भी आया उसे मिल गई योग गुरु पद पर नियुक्ति

जरूरत 100 की, मिले सिर्फ 52 योग गुरु। सर्व शिक्षा अभियान के तहत गवर्नमेंट स्कूलों की नौंवी व 10वीं कक्षाओं की छात्राओं का स्वस्थ रखने के लिए रखे जाने हैं योग गुरु। 
शिव कुमार,भिवानी
बेरोजगारी के इस दौर में भला ऐसा मौका किस किस को हाथ लगता है। जो भी इंटरव्यू के लिए पहुंचा उसे ही नियुक्ति मिल गई। जिले में योग शिक्षकों का टोटा है कि खेल विभाग को 100 योग शिक्षक चाहिए हैं, लेकिन आवेदन करने वाले सिर्फ 52 मिले। यही कारण है कि योग से नौंवी व 10वीं कक्षाओं की छात्राओं को स्वस्थ रखने की सर्व शिक्षा अभियान की योजना योग गुरुओं की कमी के कारण अधर में लटक गई है। योजना के तहत जहां 100 योग गुरुओं की जरूरत थी वहां सिर्फ 52 ही मिले। इस कारण अधिकतर स्कूलों में योग शिक्षा का कार्य शुरू नहीं हो पाया।

100 योग शिक्षक चाहिए

अक्सर देखने में आता है कि नौंवी, 10वीं कक्षा की छात्राएं शारीरिक रूप से अनेक कारणों के चलते कमजोर होती है। इंदिरा गांधी बाल स्वास्थ्य योजना के तहत हुए सर्वे में भी अधिकतर छात्राओं में खून की कमी पाई गई।

स्कूलों में देंगे सेवा

शिक्षा विभाग ने छात्राओं को स्वस्थ रखने के लिए योग का सहारा लेने का निर्णय लिया। योजना के तहत सर्व शिक्षा अभियान के तहत जिले के 10 ब्लाकों के एक सौ स्कूलों के लिए एक सौ योग शिक्षक लगाने का निर्णय लिया गया। योग शिक्षक की योग्यता योग में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या योगा का अच्छा खिलाड़ी रखी गई। योग गुरु लगाने का जिम्मा खेल विभाग को सौंपा गया। योग गुरु तीन महीने के लिए लगाए जाने है। पिछले दिनों भीम स्टेडियम में जिला खेल अधिकारी छाजू राम गोयत के नेतृत्व में एक टीम ने योग गुरुओं के इंटरव्यू लिए। 100 योग गुरु लगाने के लिए 52 ही उम्मीदवार पहुंचे और खेल विभाग की ओर से सभी को नियुक्ति पत्र थमा दिए गए। योग गुरुओं के अभाव में 42 स्कूलों में योग शिक्षा शुरू नहीं हो पाई है। ऐसे में शिक्षा विभाग की छात्राओं को स्वस्थ रखने के लिए योग का सहारा लेने की योजना भी अधर में लटक गई है। 

;