चंडीगढ़, एजेंसी: पंजाब लोक सेवा (न्यायिक) की प्राथमिक परीक्षा में शून्य अंक पाने वाला आरक्षित वर्ग का एक अभ्यर्थी पास हो गया। इसी के साथ उसने मुख्य परीक्षा में भाग लेने की पात्रता प्राप्त कर ली है। मुख्य परीक्षा अगले माह है। तेजिंदर सिंह पंजाब सिविल सेवा (न्यायिक) मुख्य परीक्षा के लिए उत्तीर्ण हो चुका है। वह एससी एलडीईएसएम (शेड्यूल कास्ट लीनियल डिसेंडेंट्स ऑफ एक्स सर्विसमैन)श्रेणी का छात्र है। उसे पीसीएस (न्यायिक) प्रारंभिक परीक्षा में शून्य से दस अंक कम प्राप्त हुए थे। अधीनस्थ न्यायिक अधिकारियों के चयन के लिए हुई परीक्षा में सिंह ने 23 प्रश्नों के सही जवाब दिए जबकि उसने 102 प्रश्नों के गलत उत्तर दिए। इस श्रेणी में छह परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए और सबसे ज्यादा 285 अंक मनजिंदर कौर को प्राप्त हुआ है। परीक्षा का आयोजन हाल ही में पटियाला स्थित पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी) ने आयोजित किया था और आयोग की वेबसाइट पर परिणाम दे दिया गया है। पीसीएस (जे) मुख्य परीक्षा के लिए 13 विभिन्न श्रेणियों के 979 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं, जो 10 जनवरी 2012 को होने वाली मुख्य परीक्षा में बैठेंगे। इस परीक्षा के माध्यम से न्यायिक सेवा के रिक्त 110 पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं। उल्लेखनीय है कि इस परीक्षा के लिए कट ऑफ आरक्षित वर्ग के लिए माइनस दस रही, जबकि सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम आंकड़ा 315 रहा है। न्यायिक अधिकारी के 47 पदों के लिए 471 अभ्यर्थियों को चुना गया है। इस परीक्षा के लिए दूसरी सबसे कम कट ऑफ खिलाडि़यों के कोटे की रही है, जो कि 54 अंक रही है। इस कोटे की चार सीटों के लिए 54 लोगों को मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए चुना गया है। 265 अंकों के साथ परीक्षा में दूसरी सबसे ज्यादा कट ऑफ अनुसूचित जाति वर्ग की रही। इस वर्ग के लिए आरक्षित नौ पदों के लिए 90 अभ्यर्थियों को चुना गया है। 251 अंकों के साथ पिछड़ा वर्ग तीसरे स्थान पर रहा। इस वर्ग के 90 लोगों को मुख्य परीक्षा के लिए चुना गया,इनमें नौ पहले से ही नौकरी कर रहे हैं। पंजाब लोक सेवा आयोग के अधिकारी इस पर मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं।