हरियाणा के शिक्षा विभाग ने सरकारी कालेजों में काम के बढ़ते दबाव को देखते हुए 500 लेक्चरर और मांग लिए हैं। फाइल विभिन्न अधिकारियों के हाथों से अप्रूव होते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है। ये पद मंजूर कराने के लिए दलील यह दी गई है कि बीते छह साल में 20 नए कालेज खुल चुके हैं। लेक्चरर की कमी के चलते मेक शिफ्ट अरेंजमेंट से काम चलाया जा रहा है। इसके अलावा 460 गेस्ट लेक्चरर भी काम कर रहे हैं।
अभी राज्य में लेक्चरर के 3320 पद स्वीकृत हैं लेकिन करीब 1900 भरे हुए हैं। सरकार ने बीते अरसे में लेक्चरर के 637 पद मंजूर किए थे।
इनकी भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है। राज्य के स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अंग्रेजी, जियोग्राफी, मैथ्स, हिस्ट्री, इकानामिक्स, केमिस्ट्री, कामर्स व हिंदी लेक्चरर का रिजल्ट घोषित कर शिक्षा विभाग को सूचित कर दिया है। बाकी विषयों के रिजल्ट भी इस महीने के अंत तक मिल जाने की उम्मीद है। कमीशन ने नए कॉलेजों के एवज में मंजूर 140 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
बढ़ रहा है काम का बोझ
नए मांगे पदों में मुख्य रूप से फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, कामर्स, हिस्ट्री सहित अन्य विषयों के लेक्चरर मांगे गए हैं। इससे पहले वर्ष 2006 में 283 लेक्चरर की भर्ती हुई थी। राज्य में 20 नए कालेज बीते छह सालों में खुले हैं। यूं भी कालेजों में नए कोर्स शुरू होने से छात्रों की संख्या भी बढऩे लगी है। इन दिनों राज्य के कालेजों में करीब एक लाख स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं। सो, काम के बढ़ते बोझ को ध्यान में रखकर लेक्चरर के 500 नए पद मंजूर कराए जाने जरूरी समझे जा रहे हैं।
> अप्रूवल के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंची फाइल
अभी राज्य में लेक्चरर के 3320 पद स्वीकृत हैं लेकिन करीब 1900 भरे हुए हैं। सरकार ने बीते अरसे में लेक्चरर के 637 पद मंजूर किए थे।
इनकी भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है। राज्य के स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अंग्रेजी, जियोग्राफी, मैथ्स, हिस्ट्री, इकानामिक्स, केमिस्ट्री, कामर्स व हिंदी लेक्चरर का रिजल्ट घोषित कर शिक्षा विभाग को सूचित कर दिया है। बाकी विषयों के रिजल्ट भी इस महीने के अंत तक मिल जाने की उम्मीद है। कमीशन ने नए कॉलेजों के एवज में मंजूर 140 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
बढ़ रहा है काम का बोझ
नए मांगे पदों में मुख्य रूप से फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, कामर्स, हिस्ट्री सहित अन्य विषयों के लेक्चरर मांगे गए हैं। इससे पहले वर्ष 2006 में 283 लेक्चरर की भर्ती हुई थी। राज्य में 20 नए कालेज बीते छह सालों में खुले हैं। यूं भी कालेजों में नए कोर्स शुरू होने से छात्रों की संख्या भी बढऩे लगी है। इन दिनों राज्य के कालेजों में करीब एक लाख स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं। सो, काम के बढ़ते बोझ को ध्यान में रखकर लेक्चरर के 500 नए पद मंजूर कराए जाने जरूरी समझे जा रहे हैं।
> अप्रूवल के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंची फाइल
> लेक्चरर के ३३२० पद स्वीकृत, १४२० पद हैं खाली