पवन सिरोवा, फतेहाबाद 11 नवंबर का दिन शिक्षा के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ेगा। देश के पहले शिक्षामंत्री मौलाना अब्दुल कलाम का जन्मदिन शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री मेवात से इस अवसर पर कार्यक्रमों का श्रीगणेश करेंगे। साथ ही प्रधनमंत्री का भाषण सभी स्कूलों में पढ़ा जाएगा। इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए शिक्षा अधिकार अभियान के तहत शिक्षा में पिछड़े क्षेत्र मेवात से प्रधानमंत्री के संदेश की शुरुआत की जाएगी। सभी स्कूलों में इसे मनाने के आदेश भी निदेशक मौलिक शिक्षा ने जारी किए हैं। इस दिवस को जिला स्तर पर विद्यालयों में मनाने के लिए उपायुक्त अधिकारियों की बैठक लेकर उनकी जिम्मेदारी तय करेंगे। अधिकारियों की स्कूलों में निरीक्षण के लिए ड्यूटी निर्धारित कर हर स्कूल में प्रधानमंत्री का संदेश पढ़ा जाएगा। इस अवसर पर स्कूल में पंचायत के सदस्य, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य, विद्यार्थियों के अभिभावकों और विद्यार्थियों का स्कूल में विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाएगा। वहां उपस्थित सभी को स्कूल मुखिया प्रधानमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाएंगे और स्कूल प्रांगण में उपस्थित लोगों व विद्यार्थियों को आरटीआइ के संबंध में जानकारी देंगे।