रवि हसिजा, जींद : पिछले दिनों हुए सर्वे की रिपोर्ट में प्रदेश के 17.7 फीसदी स्कूलों में पेयजल उपलब्ध न होने संबंधी खुलासे के बाद शिक्षा निदेशालय ने कड़ा संज्ञान लिया है। निदेशालय ने सभी मौलिक जिला शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में पेयजल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने को कहा है। मौलिक शिक्षा निदेशक विनय यादव ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। पिछले महीने एएसईआरसी की सर्वे रिपोर्ट जारी हुई थी। इसमें आठवीं तक के 17.7 स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने का खुलासा हुआ था। दैनिक जागरण ने 6 मई के अंक में शिक्षा के मंदिर में भक्त प्यासे शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इस पर संज्ञान लेते हुए स्कूल शिक्षा निदेशालय ने गत दिनों पंचकूला में हुई सभी जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक में स्पष्ट किया गया कि अधिकारी स्कूलों में पेयजल सुविधा सुनिश्चित करें। इसके लिए संबंधित जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन से संपर्क करने को कहा गया है ताकि स्कूलों में बच्चों को कोई दिक्कत न आए। कार्यकारी जिला शिक्षा अधिकारी साधुराम रोहिला ने बताया कि पंचकूला में हुई बैठक में स्कूलों में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश मिला है।