चंडीगढ़, जागरण ब्यूरो : मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 18 वर्ष से कम आयु के स्कूल न जाने वाले बच्चों का मासिक भत्ता 300 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये करने की घोषणा की है। साथ ही स्कूल जाने वाले 12वीं कक्षा तक के विकलांग बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति में 100 रुपये प्रतिमाह की दर से बढ़ाने की बात कही है। मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को चंडी मंदिर स्थित साकेत कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी में भारत रत्न मदर टेरेसा की जन्म शताब्दी पर समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने साकेत अस्पताल का नाम मदर टेरेसा के नाम पर करने की घोषणा की। अब इस अस्पताल का नाम मदर टेरेसा हॉस्पिटल फार द ऑथोपेडिकली चैलेंज्ड होगा। मुख्यमंत्री ने पहली से चौथी कक्षा तक दी जाने वाली छात्रवृत्ति 300 से बढ़ाकर 400 रुपये, पांचवीं से आठवीं तक दी जाने वाली छात्रवृत्ति 400 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये और नौवीं से 12वीं कक्षा तक दी जाने वाली छात्रवृत्ति बढ़ाकर 500 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस समय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा करीब एक लाख 45 हजार विकलांगों को पेंशन दी जा रही है। हुड्डा ने मदर टेरेसा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा को विश्व के सबसे बड़े नोबल पुरस्कार से भी ऊपर का दर्जा समाज में दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने विकलांगों को 20 ट्राईसाइकल, पांच व्हीलचेयर और 26 बच्चों को 1100-1100 रुपये की सहायता राशि के चेक प्रदान किए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री गीता भुक्कल ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा मदर टेरेसा के नाम से एक पुरस्कार भी शुरू किया गया है। समारोह को स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह, मुख्य संसदीय सचिव जयवीर वाल्मीकि, विधायक डीके बंसल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव मानिक सोनावाणे तथा स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक नरवीर सिंह ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव छतर सिंह, प्रधान ओएसडी एमएस चोपड़ा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक अशोक खेमका भी मौजूद थे।