Sunday, 17 July 2011

आरटीई का शिकंजा मिशनरी स्कूलों पर कसा

यह आरोप आर्च बिशप डॉ. लियो कार्नेलियो ने लगाए। वे शनिवार को अरेरा कॉलोनी स्थित पास्टरल सेंटर में कैथोलिक चर्च द्वारा संचालित स्कूलों के प्राचार्यो की दो दिवसीय बैठक के समापन के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम आरटीई के प्रावधानों को मानने से इंकार नहीं कर रहे, बल्कि उसके नाम पर की जा रही परेशानियों से बचना चाहते हैं।

जानकारी का दुरुपयोग होगा:

डॉ. कार्नेलियो ने कहा कि मान्यता नवीनीकरण आदि के लिए हमारी संस्थाओं की साधारण जानकारी तो हम किसी को भी दे सकते हैं, पर आंतरिक जानकारी देने पर उसका दुरुपयोग होने की आशंका है। हम आरटीई के मामले में कोर्ट गए हैं, पर इसके प्रावधानों के खिलाफ कतई नहीं हैं। कार्मल कान्वेंट की प्राचार्य सिस्टर रेजी और होली फेमिली स्कूल की प्राचार्य सिस्टर रोसलीन ने कहा कि लोगों को आरटीई के बारे में सही जानकारी न होने से ऐसा हो रहा है। सरकार को इसका सही प्रचार-प्रसार करना चाहिए।




हम फिर भी देंगे शिक्षा

प्राचार्यो की बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. कार्नेलियो ने कहा कि हमें चाहे जितनी भी तकलीफों का सामना करना पड़े, हम अपने स्कूलों में गुणवत्तायुक्त शिक्षा देंगे। हम शोषित व गरीब वर्गो के उत्थान के लिए चर्च द्वारा किए जा रहे कार्यो को भी जारी रखेंगे।


तथ्यों के साथ शिकायत करें : अर्चना चिटनीस

स्कूल शिक्षा मंत्री अर्चना चिटनीस से सीधी बात

मिशनरी स्कूलों का कहना है कि आरटीई का शिकंजा मिशनरी स्कूलों पर कसा जा रहा है?

यह एक बेहद महत्वपूर्ण कानून है और इसे विधि सम्मत तरीके से लागू करना हम सब की जिम्मेदारी है। मिशनरी स्कूल शिक्षा के प्रचार-प्रसार में सेवा भावना से जुटे हैं। इसे लेकर तनाव या दबाव बिलकुल नहीं होना चाहिए।

उनका यह भी कहना है कि डीईओ और बीईओ के जरिए उनके स्कूलों पर दबाव डाला जा रहा है। बीपीएल के दायरे में न आने वाले बच्चों को भी गलत तरीके एडमिशन देने का प्रेशर है?

मुझे समझ नहीं आ रहा है कि शिक्षा मंत्री होने के नाते मैं बिना सोचे-समझे लगाए गए इस आरोप का क्या जवाब दूं? इतना ही कहूंगी कि अगर मिशनरी स्कूलों या किसी अन्य शिक्षा संस्थान के पास इस संबंध में तथ्यों के साथ कोई शिकायत है तो हम दोषियों पर सख्त कार्रवाई करेंगे।
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