संजीव मिश्र, कानपुर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में प्रवेश के लिए हुई परीक्षा आइआइटी-जेईई में सफल विद्यार्थी अब अपने सपनों के संस्थान में प्रवेश की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन इनकी फीस बीते वर्ष की तुलना में बढ़ा दी गई है। सबसे महंगी पढ़ाई आइआइटी कानपुर, तो सबसे सस्ती बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी संस्थान (आइटी-बीएचयू) की है। आइआइटी-जेईई का परीक्षा परिणाम आने के बाद ऑन लाइन काउंसिलिंग के माध्यम से छात्र-छात्राओं के शुरुआती रुझान सामने आने लगे हैं। शुरुआती दो दिनों के रुझान व आइआइटी में चयनित छात्र-छात्राओं से बातचीत को आधार बनाएं, तो हर किसी की पहली पसंद आइआइटी कानपुर व मुंबई ही हैं लेकिन फीस के लिहाज से यही दोनों संस्थान सबसे महंगे हैं। आइआइटी कानपुर में प्रति सेमेस्टर फीस 34,692 रुपये निर्धारित की गई है। इसके अलावा एकमुश्त भुगतान के 2,750 रुपये, प्रतिभूति राशि के 7,000 रुपये सहित प्रवेश के समय कुल शुल्क 44,442 रुपये जमा कराने होंगे। पिछले वर्ष की तुलना में यह राशि 7,100 रुपये अधिक है। प्रति सेमेस्टर फीस में भी 3,500 रुपए बढ़ाए गए हैं। आइआइटी मुंबई में प्रति सेमेस्टर फीस बीते वर्ष की 29,450 से 4,100 रुपये बढ़कर अब 33,550 रुपये हो गई है। यहां प्रवेश के समय छात्र-छात्राओं को कुल 40,076 रुपये जमा करने होंगे, लेकिन आइआइटी दिल्ली व मद्रास की फीस कानपुर व मुंबई की तुलना में काफी कम है। दिल्ली में प्रति सेमेस्टर 27,035 रुपये व मद्रास में 27,850 रुपये फीस ही देनी होगी। फीस के मामले में आइआइटी गांधीनगर व इंदौर तीसरे तथा मंडी व रुड़की चौथे स्थान पर है। लेकिन सबसे कम बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी संस्थान (आइटी-बीएचयू) में प्रति सेमेस्टर फीस सिर्फ 13,960 रुपये है। इसके अलावा यहां प्रवेश के समय छात्र-छात्राओं को सिर्फ 21,285 रुपये ही जमा करने होंगे, इसमें 4,000 रुपये की वापसी योग्य प्रतिभूति राशि है।