Tuesday 26 April 2011

स्टेट पास को नहीं देना होगा दोबारा टेस्ट

डा. सुरेंद्र धीमान
चंडीगढ़। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (स्टेट) पास कर चुके युवाओं के लिए राहत की खबर है। इन युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर टीचर भरती के लिए अनिवार्य की गई शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) दोबारा नहीं देनी होगी। अब तक कहा जा रहा था कि टीईटी लागू होने के बाद स्टेट पास युवाओं को फिर से टेस्ट देना पड़ेगा।
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने अमर उजाला को बताया कि राज्य सरकार ने केंद्र के सामने इस बात की जोरदार पैरवी की। सेकेंडरी शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव सुरीना राजन दिल्ली में वरिष्ठ अफसरों के साथ संपर्क में रहीं। उन्होंने बताया कि हरियाणा का आग्रह था कि राज्य ने पहले ही शिक्षक पात्रता परीक्षा ले रखी है और यह परीक्षा पास युवा हजारों की संख्या में हैं,इसलिए टीईटी से स्टेट पास युवाओं को छूट दी जाए। सोमवार शाम सवा छह बजे तक सुरीना राजन दिल्ली में यही पैरवी करती रहीं। आखिरकार उनकी पैरवी रंग लाई। दिल्ली से फोन पर उन्होंने पुष्टि की कि केंद्र सरकार ने हरियाणा सरकार का आग्रह स्वीकार कर लिया है। इसके तहत जिन्होंने स्टेट पास कर रखा है, उन्हें दोबारा टीईटी नहीं देना होगा। अलबत्ता, उनकी शिक्षक पद पर चयन के लिए पात्रता स्टेट पास होने से लेकर पांच साल तक रहेगी। अगर पांच साल के बीच उन्हें टीचर की नौकरी नहीं मिलती तो फिर टीईटी देना होगा।
इधर, राज्य में स्टेट पास लेक्चरर की संख्या साढ़े 22 हजार से ज्यादा है, जबकि जेबीटी टीचर के लिए पात्र युवाओं की तादाद साढ़े 12 हजार से ज्यादा थी।
इनमें से करीब साढ़े आठ हजार का चयन हो गया है, इसलिए जेबीटी सिर्फ साढ़े तीन हजार ही बचे हैं। मास्टर वर्ग के लिए 18369 ने स्टेट पास किया था। इनमें से करीब 2700 मास्टर लग गए हैं। केंद्र सरकार ने लेक्चरर के लिए स्टेट लागू नहीं किया है, लेकिन राज्य सरकार ने यह टेस्ट शुरू कर रखा है।
 
पास होने के लिए लेने होंगे 60 अंक
भविष्य में पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाने योग्य टीचर बनने के लिए या तो टीईटी पास करना होगा या राज्य सरकार द्वारा टीईऱ्टी की गाइडलाइंस के मुताबिक तैयार किया टेस्ट पास करना होगा। छठी से आठवीं कक्षा तक के लिए इसी तरह का टेस्ट पास करना होगा। यह टेस्ट 150 अंकों का होगा। इसमें कम से कम 60 अंक हासिल करने वाले को पास माना जाएगा। टेस्ट में पांच विषय शामिल रहेंगे। कोई भी व्यक्ति दोनों टेस्ट पास कर सकता है और इसकी पात्रता अवधि सात साल रहेगी।
 
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