गुडग़ांव, 22 अपै्रल (हप्र)। शैक्षणिक रूप से पिछड़े जिला मेवात में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए राज्य सरकार ने मेवात के लिए अध्यापकों का अलग कैडर बना दिया है। इसकी अधिसूचना भी सरकार द्वारा जारी कर दी गई है।
इस संबंध में जानकारी आज नूंह के विधायक आफताब अहमद ने गुडग़ांव के लोकनिर्माण विश्राम गृह में एक संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने कहा कि यह मेवात क्षेत्र की बहुत पुरानी मांग थी, जिसे मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने पूरा किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के निकट स्थित होने के बावजूद मेवात जिला शैक्षिक रूप से पिछड़ा रह गया और अब वहां की साक्षरता दर को ऊंचा उठाना एक चुनौती है।
उन्होंने कहा कि मेवात में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए राज्य सरकार ने न केवल शिक्षकों के अलग कैडर की अधिसूचना जारी की है, बल्कि शिक्षकों के लगभग 5 हजार पद स्वीकृत भी कर दिए हैं। आफताब अहमद ने कहा कि मेवात जिला के लिए शिक्षा पर केन्द्रित इतना बड़ा फैसला अपने आप में अनूठा उदाहरण है, जो कि देश में कहीं नहीं मिलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 11 अप्रैल, 2012 को मेवात जिला स्कूल शिक्षा ग्रुप सी तथा बी नियम अधिसूचित कर दिए हैं, जिसमें यह शर्त रखी गई है कि जो अध्यापक मेवात में नियुक्त होना चाहते हैं, वे नियुक्ति के बाद मेवात में ही रहेंगे और उनका प्रदेश के अन्य जिलों में तबादला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अध्यापक पद के लिए आवेदक प्रदेश के किसी भी जिले से हो सकता है।
राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत अध्यापकों के पदों का ब्योरा देते हुए विधायक ने कहा कि प्राथमिक शिक्षकों के 2910, टीजीटी 265, टीजीटी साइंस 121, टीजीटी गणित 105, टीजीटी उर्दू 2, टीजीटी होम साइंस 2, टीजीटी आट्र्स 1, टीजीटी म्यूजिक 2, फिजीकल एजुकेशन 15 के अलावा सभी विषयों के पीजीटी 625 पद स्वीकृत किए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा एलीमैंट्री हैडमास्टर के 341, हैड टीचर के 410, पिं्रसीपल के 25 तथा हैड मास्टर के 44 पद भी स्वीकृत किए हैं। इन सभी पदों में 33 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे। आफताब अहमद ने बताया कि राज्य सरकार ने उर्दू जबान को बढ़ावा देने के लिए उर्दू अध्यापकों के 544 पद भी मंजूर किए हैं। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य महताब अहमद तथा युवा कांग्रेस नेता राहुल राव भी उपस्थित थे।
इस संबंध में जानकारी आज नूंह के विधायक आफताब अहमद ने गुडग़ांव के लोकनिर्माण विश्राम गृह में एक संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने कहा कि यह मेवात क्षेत्र की बहुत पुरानी मांग थी, जिसे मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने पूरा किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के निकट स्थित होने के बावजूद मेवात जिला शैक्षिक रूप से पिछड़ा रह गया और अब वहां की साक्षरता दर को ऊंचा उठाना एक चुनौती है।
उन्होंने कहा कि मेवात में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए राज्य सरकार ने न केवल शिक्षकों के अलग कैडर की अधिसूचना जारी की है, बल्कि शिक्षकों के लगभग 5 हजार पद स्वीकृत भी कर दिए हैं। आफताब अहमद ने कहा कि मेवात जिला के लिए शिक्षा पर केन्द्रित इतना बड़ा फैसला अपने आप में अनूठा उदाहरण है, जो कि देश में कहीं नहीं मिलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 11 अप्रैल, 2012 को मेवात जिला स्कूल शिक्षा ग्रुप सी तथा बी नियम अधिसूचित कर दिए हैं, जिसमें यह शर्त रखी गई है कि जो अध्यापक मेवात में नियुक्त होना चाहते हैं, वे नियुक्ति के बाद मेवात में ही रहेंगे और उनका प्रदेश के अन्य जिलों में तबादला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अध्यापक पद के लिए आवेदक प्रदेश के किसी भी जिले से हो सकता है।
राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत अध्यापकों के पदों का ब्योरा देते हुए विधायक ने कहा कि प्राथमिक शिक्षकों के 2910, टीजीटी 265, टीजीटी साइंस 121, टीजीटी गणित 105, टीजीटी उर्दू 2, टीजीटी होम साइंस 2, टीजीटी आट्र्स 1, टीजीटी म्यूजिक 2, फिजीकल एजुकेशन 15 के अलावा सभी विषयों के पीजीटी 625 पद स्वीकृत किए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा एलीमैंट्री हैडमास्टर के 341, हैड टीचर के 410, पिं्रसीपल के 25 तथा हैड मास्टर के 44 पद भी स्वीकृत किए हैं। इन सभी पदों में 33 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे। आफताब अहमद ने बताया कि राज्य सरकार ने उर्दू जबान को बढ़ावा देने के लिए उर्दू अध्यापकों के 544 पद भी मंजूर किए हैं। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य महताब अहमद तथा युवा कांग्रेस नेता राहुल राव भी उपस्थित थे।