Thursday, 19 January 2012

एचटेट परीक्षार्थियों ने ली कोर्ट की शरण

एचटेट परीक्षार्थियों ने ली कोर्ट की शरण
दो धड़ों में बंटे अध्यापक
बोर्ड प्रशासन द्वारा मांगों को पूरी न किए जाने के बाद उठाया कदम, पहली सुनवाई 23 को होगी
अमित भारद्वाज त्न भिवानी
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा एच टेट परीक्षार्थियों ने मांगों को न माने जाने के बाद अब कोर्ट का सहारा लिया है। परीक्षार्थियों ने बोर्ड प्रशासन के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की है। इस मामले की पहली सुनवाई 23 जनवरी को होगी।

उल्लेखनीय है कि शिक्षा बोर्ड द्वारा 5 व 6 नवंबर को एच टेट परीक्षा संचालित की गई थी और 2 दिसंबर को इस परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया था। हालांकि बोर्ड प्रशासन ने यह दावा किया था कि इस परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली नहीं हुई है, लेकिन परीक्षार्थी बोर्ड प्रशासन द्वारा घोषित किए गए परिणाम से संतुष्ट नजर नहीं आए।

परिणाम घोषित होने के बाद से परीक्षार्थियों ने बोर्ड प्रशासन ने उन्हें ओएमआर शीट, प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिका ऑनलाइन करने, गलत प्रश्नों की जगह ग्रेस मार्किंग दिए जाने व परिणाम की भाषा अध्यापकों के शून्य अंक दिखाए जाने को ठीक करने की मांग की।

इन मांगों को लेकर परीक्षार्थियों ने आरटीआई का सहारा भी लिया, लेकिन हर तरफ से उन्हें निराशा ही हाथ लगी। ग्रेस मार्किंग को लेकर बोर्ड का कहना है कि उसने सभी प्रश्नों को विषय एक्सपर्ट से चेक कराया है और वो सभी प्रश्न ठीक है। वहीं भाषा अध्यापकों को शून्य अंक दिए जाने वाले मामले पर बोर्ड का कहना है कि उन परीक्षार्थियों ने ऑप्शन नहीं भरे, जिस वजह से उनके उस विषय में शून्य अंक आए है।

जवाब नहीं दिया

बोर्ड का कहना है कि यह परीक्षार्थियों की गलती थी कि उन्होंने ऑप्शन नहीं भरे और बोर्ड उनकी गलती को नहीं सुधारेगा। हालांकि बोर्ड ने ओमएमआर शीट, उत्तर पुस्तिका व प्रश्न पत्र परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराने पर कोई जवाब नहीं दिया।

इन मांगों को पूरा कराने को लेकर एच टेट परीक्षार्थियों ने आंदोलन का रास्ता भी अपनाया। परीक्षार्थियों ने कई बार धरने प्रदर्शन किए, रास्ता जाम किया व पुतले फूंके, लेकिन बोर्ड अपने रुख पर कायम रहा और आखिरकार परीक्षार्थियों को इस मामले को लेकर कोर्ट की शरण लेनी पड़ी।

॥हमने अपनी मांगों को लेकर हाईकोर्ट में अपील दायर कर दी है और इस मामले की सुनवाई 23 जनवरी को तय हुई है। हम यह लड़ाई आखरी दम तक लडेंग़े और अपना हक लेकर रहेंगे।ञ्जञ्ज

बिजेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष, छात्र अध्यापक संघ

इस मामले को कोर्ट में ले जाने की बात को लेकर पात्र अध्यापक संघ व एच टेट परीक्षार्थियों में ठन गई है। मामला दरअसल कुछ ऐसा है कि पात्र अध्यापक संघ चाहता है कि सरकार जल्द से जल्द शिक्षकों की भर्ती करे, जबकि एच टेट परीक्षार्थी(छात्र अध्यापक संघ) चाहते है कि जब तक उनका मामला नहीं सुलझता तब तक भर्ती पर रोक लगे। इस मामले को लेकर पात्र अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा का कहना है कि उन्हें यह बात की जरा भी जानकारी नहीं है कि एच टेट परीक्षार्थियों ने किस वजह से अपना एक अलग संगठन बनाया है। मगर बावजूद इसके पात्र अध्यापक संघ इस आंदोलन में उनके साथ है। उधर छात्र अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र यादव का कहना है कि दोनों संगठनों की मांग अलग अलग है। इस वजह से उन्होंने अलग संगठन बनाया है।
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