Sunday 11 December 2011

आरसीएम ने ठगे 2000 करोड़

भीलवाड़ा में ही पुलिस ने भाजपा के पूर्व विधायक रामरिछपाल नुवाल की गांधीनगर स्थित स्टार नेट सहित 5 अन्य कंपनियों पर भी छापे मारे। स्टार नेट के डायरेक्टर नुवाल, बेटा सुभाष व पोता हर्षिल फरार हो गए। तीन अकाउंटेंटों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके अलावा स्काईवेज बिजनेस प्रा.लि. कंपनी के डायरेक्टर व मैनेजर, सर्वोदय ऑन लाइन बिजनेस के दो डायरेक्टर, दो अकाउंटेंट, तिरुपति डवलपर्स के डायरेक्टर को गिरफ्तार किया गया है। लक्ष्मी के्रडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी पर भी छापा मारकर रिकॉर्ड जब्त किया गया। पुलिस शहर में अब तक अभिनव गोल्ड सहित 12 कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। स्टार नेट की स्कीम बकरी पालन पर आधारित थी। कंपनी संचालक ग्राहकों से बकरी पालन के नाम से ५००० जमा करते और पांच साल बाद नौ हजार रुपए व कमीशन भी देने का वायदा करते थे। इसके अलावा एक नया सदस्य बनाने पर 500 रुपए कमीशन देने का झांसा भी दिया जाता था।

देश की ख्यातनाम कंपनी आरसीएम द्वारा ग्राहकों के 1500 से 2000 करोड़ रु. ठगने का खुलासा हुआ है। पुलिस ने शनिवार को कंपनी पर छापा मारा। इसके डायरेक्टर त्रिलोकचंद छाबड़ा, उसके बेटे सौरभ, बेटी प्रियंका, भाई भागचंद व कैलाश चंद्र छाबड़ा फरार हैं। ये विदेश नहीं भाग सकें, इसके लिए देशभर के हवाई अड्डों पर सूचना दे दी गई है। कंपनी के चार अधिकारियों अरुणप्रकाश श्रीवास्तव, अशोक दीक्षित, विपिन मिश्रा व राजकुमार माली को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी उमेशचंद्र दत्ता ने बताया कि यहां से गरीबों में बंटने वाले सरकारी गेहूं के 9500 कट्टे और आटे के 2100 कट्टे मिले हैं। आरसीएम इन पर अपना ठप्पा लगाकर बेचती थी। इसके अलावा 15 बैंकों में 40 खाते मिले, जिन्हें फ्रीज कर दिया गया है। कंपनी का मुख्य सर्वर और वाहन आदि जब्त कर लिए गए हैं।

आरसीएम 1500 रु. में सदस्य बनाती और उसे आगे सदस्य बनाने को कहती। इसमें दो लेग ए और बी चलती थी। दोनों लेग में 5 से 10 हजार रु. तक 10 फीसदी कमीशन बतौर बोनस दिया जाता। शेष त्न पेज ६

बिजनेस की राशि के हिसाब से बोनस बढ़ता जाता। जो सदस्य एक से 30 तारीख तक जितने मैंबर बनाता उसे एक तारीख को हिसाब दे दिया जाता था। इसके बाद उसे अगले महीने जीरो से शुरुआत करनी पड़ती थी। ग्राहकों को प्लान समझाते हुए ताउम्र पैसा मिलने का झांसा दिया जाता था, लेकिन वास्तव में ऐसा हो नहीं रहा था।



चित्तौडग़ढ़ में जीएन गोल्ड कंपनी का कस्टमर सर्विस इंचार्ज गिरफ्तार

चित्तौडग़ढ़. सोने में निवेश के नाम पर ठगी करने के मामले में पुलिस ने जीएन गोल्ड लि. के कस्टमर सर्विस इंचार्ज को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी इटारसी (मप्र) निवासी स्वतंत्र उबनारे है। कंपनी के चामटीखेड़ा मार्ग स्थित कार्यालय से कंप्यूटर, फाइलें व अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं।

जयपुर में प्लॉट दिलाने के नाम पर उदयपुर में ठगे एक करोड़

उदयपुर. जयपुर में प्लॉट दिलाने के नाम पर दिल्ली की आनंद नेचर केयर प्रा.लि. ने उदयपुर में 300 लोगों से करीब 1 करोड़ रु. ठग लिए। शनिवार को पुलिस ने इसके निदेशक तरुण तथा प्रभुनाथ आनंद के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। कंपनी के खिलाफ ओटीसी स्कीम, पूर्बिया मोहल्ला निवासी गजेंद्र ने मामला दर्ज कराया है। इसमें कहा गया है कि कंपनी निदेशकों ने 10 से 90 हजार रु. तक के निवेश पर निवेशकों को चेक के जरिए लाखों रुपए का लाभांश देने का वादा किया तथा एक लाख से अधिक का निवेश करने पर जयपुर में भूखंड देने का आश्वासन दिया। इनके झांसे में आकर उसने अपने, पत्नी तथा परिजनों के नाम पर 50 हजार रुपए निवेश कर दिए। काफी समय निकलने के बाद भी जब लाभांश नहीं मिला तो कंपनी निदेशकों से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने टालमटोल करना शुरू कर दिया। इस बीच जब पता किया गया तो जयपुर में बताए गए स्थान पर प्लॉट भी नहीं मिले।
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