Monday, 7 November 2011

शिक्षा बोर्ड की किलेबंदी से दलालों के मंसूबे ध्वस्त

भिवानी, जागरण संवाददाता : शनिवार व रविवार को आयोजित एचटेट परीक्षा में गड़बड़ी फैलाकर मोटे दाम कमाने वाले दलालों के मंसूबों पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा रचे गए चक्रव्यूह ने पानी फेर डाला। बोर्ड द्वारा आयोजित हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा में प्रदेश भर में अनेक परीक्षार्थियों को दलाल ने पात्रता परीक्षा पास करवाने के लिए मोटी रकम एंठ सुनहरे सजगबाग दिखाए थे। सूत्रों की मानें तो मास्टर वर्ग की पात्रता परीक्षा का रेट डेढ़ से दो लाख रुपये तक रखा गया था, जबकि जेबीटी के दाम थोड़े ऊंचे थे। जेबीटी की बोली तो ढाई से तीन लाख रुपये तक लगाए जाने की बातें सामने आई हैं। जूनियर लेक्चरर के लिए भी लाखों के भाव तय हुए। लेकिन एचटेट परीक्षा में करोड़ों का दाव खेलने वाले खिलाडि़यों के मंसूबों पर शिक्षा बोर्ड व पुलिस प्रशासन द्वारा रचे गए चक्रव्यूह ने पानी फेर डाला। इस चक्रव्यूह को भेदने में दलाल पूरी तरह नाकाम रहे। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने भी पूर्व में आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा में गड़बड़ी फैलाने की घटनाओं से सबक लिया और इस बार ऐसा खाका तैयार किया, जिसे भेदने से पहले दलाल सौ बार सोचेंगे। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र की पुलिस द्वारा किलेबंदी की गई तो अंदर वीडियोग्राफी में हर परीक्षार्थी की गतिविधियां कैद हुई। इतना ही नहीं परीक्षा में बैठने के बाद पासपोर्ट साइज फोटो मिलान के लिए व अंगूठे के अलावा दो बार हस्ताक्षर की रणनीति ने भी अपना काम किया। परीक्षा केन्द्र के अंदर प्रवेश से लेकर परीक्षा में बैठने और बाहर आने तक की गतिविधियों पर भी कैमरे की कड़ी नजर रही है। इसके अलावा पुलिस के जवानों की तैनाती और बोर्ड के उड़नदस्तों का फैला जाल भी परीक्षा को बाहरी हस्तक्षेप रहित सम्पन्न करवाने में काम आया। शनिवार को आयोजित परीक्षा में 97418 परीक्षार्थी जूनियर लेक्चरर की परीक्षा में बैठे थे, जबकि रविवार को आयोजित जेबीटी व मास्टर वर्ग की पात्रता परीक्षा में 3 लाख 53 हजार 208 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए। एचटेट परीक्षा के कुल 4 लाख 49 हजार 626 परीक्षार्थियों की 602 परीक्षा केन्द्रों पर व्यवस्था संभालने के लिए कड़े इंतजाम किए गए। अफवाह ने भी खड़े किए बोर्ड अधिकारियों के कान रविवार को संचालित एचटेट परीक्षा शुरू होने से पहले ही अफवाहों का बाजार भी गर्म रहा। किसी ने इस बात को हवा दे दी कि एचटेट का पेपर आधा घंटे पहले ही आउट हो गया। देखते ही देखते यह बात जंगल की आग की तरह फेल गई और बोर्ड मुख्यालय को भी इसकी भनक लगी तो अधिकारियों के भी कान खड़े हो गए। बोर्ड मुख्यालय में तैनात अधिकारियों ने अपने सूत्र दौड़ाए और आखिर में पता चला की यह तो महज अफवाह ही है।
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