7 लाख 90 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया था
•अब साल में दो बार हो सकता है सीबीएसई सीटैट
• रश्मि शर्मा
• रश्मि शर्मा
नई दिल्ली। सेंट्रल टीचर एलिजिबेलिटी टेस्ट के जरिए शिक्षक बनने का सपना देख रहे शिक्षकों के लिए एक अच्छी खबर है। ऐसी संभावना है कि अब उन्हें इस टेस्ट में बैठने का एक और अवसर प्राप्त हो। सीबीएसई सीटैट को साल में दो बार आयोजित करने की योजना पर विचार कर रहा है। संभावना है कि इसी वर्ष से सितंबर-अक्तूबर में दूसरी बार इस टेस्ट का आयोजन किया जाए। सीबीएसई यदि इस योजना को अमली जामा पहना लेता है तो उन उम्मीदवारों को काफी राहत मिलेगी जो किसी कारणवश जून में इस टेस्ट में नहीं बैठ पाए थे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस वर्ष शिक्षकों के पात्रता मानदंड के लिए सीटैट (सेंट्रल टीचर एलिजिबेलिटी टेस्ट) आयोजित किया। रोजगार के मानदंड की बजाए केवल पात्रता के मानदंड के लिए आयोजित इस टेस्ट में देश भर से 7 लाख 90 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। दरअसल बीते 26 जून को ही यूजीसी की नेट की परीक्षा भी थी। ऐसे में कई उम्मीदवार सीटैट परीक्षा में नहीं बैठ पाए। बहुत से उम्मीदवारों ने नेट में बैठने में ही भलाई समझी। उम्मीदवारों की इसी परेशानी के मद्देनजर सीबीएसई ऐसा विचार कर रहा है कि क्यों न इस टेस्ट को साल में दो बार आयोजित किया जाए। संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस परीक्षा का आयोजन इसी वर्ष सितम्बर या अक्तूबर में दोबारा हो सकता है। जिससे कि इस परीक्षा में नहीं बैठ पाए उम्मीदवारों के साथ नए उम्मीदवारों को भी इसे पास करने का अवसर प्राप्त हो सके। उल्लेखनीय है कि 60 फीसदी व उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले शिक्षकों को ही सीबीएसई की ओर से प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। लिहाजा अपने स्कोर को सुधारने के लिए भी इस परीक्षा में बैठ सकते हैं।