Tuesday, 5 July 2011

गुरुजी को मिलेगी मुक्ति

अरूणेश, पानीपत शिक्षकों के लिए राहत की खबर। अब उन्हें जनगणना सहित अन्य सरकारी योजनाओं के लिए आंकड़ा जुटाने को गलियों में धूल नहीं फांकनी पड़ेगी। उनकी जगह गांव का ही कोई युवक इस कार्य को बड़ी सहजता और सरलता से करता हुआ दिखाई देगा। यह सब संभव होगा केंद्र सरकार द्वारा तैयार भारत निर्माण सेवक योजना से, जिसे लागू करने के लिए प्रदेश सरकार जुट गई है। इसके लिए बाकायदा वरिष्ठ अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिया गया है। कल्याणकारी एवं विकासात्मक कार्यो को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिए ऐसे युवाओं का पंजीयन किया जाएगा जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो। पंजीयन ब्लाक या ग्राम पंचायत स्तर पर होगा और पंजीकृत युवकों को तीन दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान उन्हें संविधान के अनुच्छेद 51-ए के तहत निर्धारित मूल दायित्वों के बारे में जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण के उपरांत इन सेवकों को एक बैच दिया जाएगा जिस पर भारत निर्माण सेवक का लोगो और विवरण होगा। इन सेवकों पर जिला प्रशासन और ग्रामीणों के बीच संवाहक का दायित्व निभाते हुए गांवों में सरकारी हेल्पलाइन खोलने एवं शिकायतों को दूर करने की जिम्मेदारी होगी। साथ ही स्वयं सहायता समूहों के लिए समुचित डाटा तैयार करने, उनके रखरखाव के अलावा योजनाओं के प्रचार प्रसार की खातिर सामुदायिक रेडियो कासंचालन व वाल न्यूज पेपर शुरू करना होगा। अपने कार्यो का मूल्यांकन करने के लिए सेवकों को हर हाल में अपनी डायरी तैयार करनी होगी। कार्यो का मूल्यांकन ग्रेड प्रणाली के तहत किया जाएगा। ए ग्रेड के लिए 10, बी के लिए 7, सी के लिए 5 और डी के लिए 3 अंक दिए जाएंगे। मूल्यांकन के आधार पर इन सेवकों को सम्मानित किया जाएगा। योजना की तैयारी को लेकर हाल ही में दिल्ली में आयोजित गोष्ठी से भाग लेकर लौटे अतिरिक्त जिला उपायुक्त अशोक बिश्नोई ने बताया कि योजना को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सबकुछ ठीक रहा तो इसे जल्द ही अमलीजामा पहना दिया जाएगा।
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