जागरण ब्यूरो, चंडीगढ़ : चर्चित ईटीटी पेपर लीक मामले में पंजाब एससीईआरटी के निदेशक अवतार सिंह सहित शिक्षा विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। ईटीटी पेपर लीक मामले के जांच अधिकारी एवं शिक्षा विभाग के अतिरिक्त सचिव संजय पोपली ने अपनी 99 पन्नों की जांच रिपोर्ट गत शुक्रवार को प्रधान सचिव एआर तलवार को सौंपी थी। सूत्रों के अनुसार, उनके रिपोर्ट पढ़ने से पहले ही मंत्री ने उसे यह कहते हुए अपने पास मंगवा लिया कि उन्होंने दो-तीन दिन के लिए चंडीगढ़ से बाहर जाना है। वह इस अहम रिपोर्ट को देखना चाहते हैं। उच्च विभागीय सूत्रों के अनुसार, जैसे ही 27 मई को मंत्री के पास जांच रिपोर्ट पहुंची, उन्होंने इस पर कार्रवाई करते हुए एससीईआरटी के निदेशक अवतार सिंह के साथ-साथ दो अन्य अधिकारियों मूल्यांकन अधिकारी जगतार सिंह कुलडि़यां एवं नाभा मंडल के शिक्षा अधिकारी रोशन लाल सूद को निलंबित कर विभागीय कार्यवाही का आदेश जारी कर दिया। वर्णनीय है कि पंजाब सरकार के डाइट संस्थानों में ईटीटी कोर्स की परीक्षाएं जारी थीं और गत 11 मई को शिक्षा मंत्री के कार्यालय में ईटीटी पेपर लीक होने का पता चला। शिक्षा मंत्री के कार्यालय का दावा है कि 11 मई को दोपहर बाद पेपर शुरू होने से पहले ही मंत्री के पास उस दिन होने वाला पेपर पहुंच गया था। इस पर एससीईआरटी के निदेशक को तुरंत तलब कर लिया गया ताकि मंत्री के पास पहुंचे लीक पेपर का उस दिन हो रहे पेपर से मिलान किया जा सके। वहां से लाख कोशिश के बावजूद निदेशक एससीईआरटी अवतार सिंह किसी परीक्षा केंद्र से मंत्री की फैक्स पर पेपर की कॉपी नहीं मंगवा सके। शाम को जब पेपर समाप्त हुआ तब जाकर मंत्री के पास पेपर पहुंचा। इसके बाद शिक्षा मंत्री सेवा सिंह सेखवां ने किसी से फोन मिलाया और सवाल दर सवाल फोन पर ही पेपर का मिलान किया गया। अगले दिन 12 मई को होने वाला पेपर एससीईआरटी ने रद कर दिया, जबकि मंत्री ने विभाग के अतिरिक्त निदेशक संजय पोपली को पेपर लीक मामले की जांच सौंप दी थी।