शिव कुमार, रोहतक अब कॉलेजों में जाने के लिए विद्यार्थियों को बसों के पीछे नहीं दौड़ना होगा। उच्चतर शिक्षा विभाग कॉलेज विद्यार्थियों के लिए स्पेशल बसें चलाने की योजना बना रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण विद्यार्थियों को उच्चतर शिक्षा से जोड़ना है। बसें चलाने के लिए सभी कॉलेजों के प्रधानाचार्यो से सलाह मांगी गई है। कॉलेज विद्यार्थी खासकर ग्रामीण क्षेत्र के छात्र लंबे अरसे से स्पेशल कॉलेज बसें चलाए जाने की मांग उठाते रहे हैं। इस समस्या के समाधान के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से सभी कॉलेजों से निकटतम गांवों से आने वाले विद्यार्थियों की सूची बनाने के लिए कहा गया है। उच्चतर शिक्षा विभाग के वित्तायुक्त प्रसाद ने पिछले दिनों विभिन्न कॉलेजों के निरीक्षण के दौरान भी स्पेशल कालेज बसें चलाने के संकेत दिए थे। उस समय महिला कॉलेजों के लिए बस चलाने की बात सामने आई थी। अब सभी बडे़ राजकीय कॉलेजों के लिए बसें चलाए जाने की योजना है। गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों खासकर लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए शहर नहीं भेजा जाता। ऐसे में जिन गांवों के आसपास कॉलेज नहीं, वहां की लड़कियां पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती हैं। बस चलने से उन्हें आगे की पढ़ाई करने में आसानी होगी।