जागरण संवाददाता
नई दिल्ली नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा, लेकिन युनीक पहचान नंबर (यूआइडी) आपकी पहचान हमेशा बताएगा। यह युनीक पहचान नंबर बैंक लोन, ड्राइविंग लाइसेंस, प्रवेश पाने, खरीद-फरोख्त करने में भी काम आएगा। दिल्ली में युनीक पहचान नंबर के नामांकन की प्रक्रिया दक्षिण-पश्चिम तथा उत्तर-पश्चिम जिले में शुरू हो चुकी है और सितंबर तक पूरी दिल्ली में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। राजस्व विभाग के प्रधान सचिव धर्मेद्र कुमार ने बताया कि दिल्ली के प्रत्येक निवासी को आधार नाम से एक युनीक पहचान पत्र जारी किया जाएगा। इसमें प्रत्येक व्यक्ति की जीवसांख्यिकी जानकारी यानी आंखों की रेटिना और उंगली के निशान दर्ज होंगे। इसमें नवजात शिशुओं को भी शामिल किया जाएगा। मंडलीय आयुक्त को यूआइडी क्रियांवित समिति का सदस्य सचिव व संयोजक तथा राजस्व विभाग इस कार्य का नोडल विभाग है। दिल्लीवासियों के नामांकन के लिए सभी 11 रजिस्ट्रार को पंजीकरण अधिकारी नियुक्त किया गया है। दिल्ली के सभी नौ जिलों में नामांकन प्रक्रिया जून के पहले सप्ताह में शुरू कर दी जाएगी और सितंबर तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा। दिल्ली में एक करोड़ 82 लाख 31 हजार दो निवासी हैं। इनका यूआइडी तैयार किया जाना है। जून में सभी सरकारी स्कूल बंद हैं। इसलिये लोगों के आंकड़े इकट्ठा करने में ज्यादा परेशानी नहीं आएगी।