मुकेश केजरीवाल, नई दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय ने मेडिकल शिक्षा को लेकर बेहद महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। अगले पांच वर्ष के दौरान मंत्रालय हर राज्य में एक एम्स सरीखा अस्पताल-सह मेडिकल कॉलेज खोलना चाहता है। इसी तरह इसने 50 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना भी तैयार की है। इनमें से अधिकांश उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान जैसे उत्तर भारत के राज्यों में होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक मौजूदा पंचवर्षीय योजना के दौरान हुई प्रगति की समीक्षा के आधार पर मंत्रालय ने तय किया है कि अगली पंचवर्षीय योजना के लिए सबसे ज्यादा ध्यान डॉक्टरों की कमी को दूर करने पर देना होगा। इस लिहाज से एक बेहद महत्वाकांक्षी योजना बनाई गई है। इसके मुताबिक देश के सभी राज्यों में एक एम्स जैसा संस्थान स्थापित किया जाएगा। इनमें से अधिकांश जगहों पर बिल्कुल नए सिरे से नए संस्थान खड़े करने की बजाय मौजूदा अस्पताल-सह मेडिकल कॉलेज को ही एम्स स्तरीय बनाया जाएगा। इस समय दिल्ली स्थित एम्स की तर्ज पर छह राज्यों में ऐसे ही संस्थान तैयार करने का काम जारी है, वहीं दो और राज्यों में ऐसे प्रस्ताव पर काम हो रहा है। मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि इसी तरह डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरू करने में भी तेजी दिखाई जाएगी। इस समय जहां देश भर में सिर्फ 149 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं। मौजूदा पंचवर्षीय योजना में 21 सरकारी मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक प्रति कॉलेज की लागत करीब 40 करोड़ रुपए आएगी। हर राज्य में एम्स और 50 मेडिकल कॉलेज खुलेंगे ।