चंडीगढ़, जागरण ब्यूरो : हरियाणा के शिक्षक संगठन नए शिक्षा ढांचे के समर्थन व विरोध में बंट गए हैं। मास्टर वर्ग एसोसिएशन ने कुछ परिवर्तनों की मांग के साथ नए शिक्षा ढांचे का समर्थन किया है। राजकीय अध्यापक संघ, स्कूल लेक्चरार एसोसिएशन और राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने नए शिक्षा ढांचे को शिक्षकों व छात्रों के हितों के विपरीत करार दिया है। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के प्रधान रमेश कुमार मलिक ने कहा कि स्कूल का समय सुबह साढ़े सात बजे होने के कारण अब पांच दिन का सप्ताह किया जाए। शिक्षकों को अन्य कर्मियों के समान 30 अर्जित अवकाश देने, मास्टर वर्ग को कक्षा पांच से आठ तक पढ़ाने की अनुमति प्रदान करने और मिडिल स्कूल के मुख्य अध्यापक का प्रधानाचार्य पदों पर कोटा 75 प्रतिशत करने का सुझाव दिया है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष विनोद ठाकरान व महासचिव दीपक गोस्वामी का कहना है कि मुख्य शिक्षक को मिडिल स्कूल के मुख्य अध्यापक की अनुपस्थिति में प्रभारी बनाया जाए तथा प्राथमिक मुख्य शिक्षक को मिडिल मुख्य अध्यापक के पद पर पदोन्नति दी जानी चाहिए। प्राथमिक शिक्षकों के पदों में कटौती तथा मुख्य शिक्षक का पद समाप्त करने के प्रयासों का पुरजोर विरोध होगा। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के महासचिव मा. वजीर सिंह और सचिव कृष्ण कुमार निर्माण ने स्कूलों का समय बढ़ाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से बच्चों के प्रति मानवाधिकारों का हनन होगा। यदि सरकार वास्तव में शिक्षा के प्रति गंभीर है तो शिक्षकों से गैर शैक्षणिक काम लेना बंद होना चाहिए। वजीर सिंह और निर्माण के अनुसार मंगलवार को जींद में राज्य प्रधान बलबीर सिंह की अध्यक्षता में बैठक कर अगली रणनीति तैयार होगी