शिव कुमार, रोहतक प्रदेश के कॉलेजों में नए सत्र से शीरीरिक शिक्षा विषय खत्म किया जा सकता है। शिक्षकों की कमी को इसके लिए मुख्य कारण बताया जा रहा है। पिछले दिनों उच्चतर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में इस पर गहनता से विचार-विमर्श किया और निर्णय लिया गया कि जिन कॉलेजों में शिक्षक नियुक्त नहीं हैं वहां इस विषय को खत्म कर खेलकूद गतिविधियों को बढ़ाया जाए। बैठक में उच्च शिक्षा अधिकारियों ने प्राचार्याें को कॉलेजों में शारीरिक शिक्षा के बजाय खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। बैठक के बाद सभी प्रिंसिपलों को मिनट जारी कर दिए गए हैं। इनमें साफ किया गया है कि अगले सत्र से शारीरिक शिक्षा विषय को चरणबद्ध ढंग से बंद किया जाए। पंडित नेकीराम शर्मा गवर्नमेंट कॉलेज के प्राचार्य ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि उच्चतर शिक्षा अधिकारियों के साथ हुई बैठक में शारीरिक शिक्षा विषय पर काफी चर्चा हुई तथा इसे विषय के तौर पर रखने की बजाय कॉलेजों में खेल को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया