Wednesday, 7 December 2011

शिक्षा बोर्ड के परिणाम में गड़बड़ी !

बलवान शर्मा, भिवानी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा सत्र 2010-11 के लिए मार्च में आयोजित की गई दसवीं और बारहवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम में भारी अनियमितताएं हुई हैं। जांच के बाद दसवीं व बारहवीं कक्षा के करीब चार हजार छात्रों के परिणाम बदल दिए गए हैं। इंटरनेट पर देखे गए परिणाम की तुलना में अब उन्हें कम अंक वाले प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार इस मामले में कई लोगों पर गाज गिरने वाली है। सूत्र बताते हैं कि कई वर्षो से खेल कोटे के नाम से 10 अंक बढ़ाने का सिलसिला चल रहा था। पिछले सत्र में इस मामले की भनक शिक्षा बोर्ड के उच्चाधिकारियों को तब लगी जब एक शिक्षा बोर्ड के एक कर्मचारी के बेटे का नाम टॉप टेन सूची में शामिल हो गया। जांच की गई तो पाया गया कि उक्त कर्मचारी के पुत्र ने खेल कोटे का फर्जी सर्टिफिकेट लगाया हुआ था। इस खुलासे के बाद शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन सचिव शेखर विद्यार्थी ने दस कमेटियां गठित कर सभी प्रमाणपत्रों की जांच शुरू करा दी। जांच में पता चला कि दसवीं तथा बारहवीं दोनों कक्षाओं के चार हजार से अधिक विद्यार्थियों को खेल कोटे के नाम पर दस अंक दे दिए गए हैं। जबकि उनके खेल सर्टिफिकेट राज्य और राष्ट्र स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के नहीं थे। इन छात्रों ने दस और 15 दिन के खेल कैंपों के सर्टिफिकेट लगाकर दस अंक हासिल करने का खेल खेला था। कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश जारी किया गया है। जांच कमेटियों की सिफारिश पर परिणामों की त्रुटियां दूर कर शिक्षा बोर्ड मुख्यालय से सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं। स्पो‌र्ट्स कोटे के तहत अंक देने के लिए बोर्ड ने नीति बनाने का निर्णय लिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव चंद्रप्रकाश ने बताया कि परिणाम दोबारा जारी किए गए हैं। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
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