स्कूलों मुखियाओं और प्रिंसिपलों का कंप्यूटर प्रशिक्षण के बाद देना होगा एग्जाम, फेल हुए दोबारा लेनी होगी ट्रेनिंग
विद्यार्थियों और अध्यापकों पर रोब झाडऩे वाले स्कूल मुखियाओं को भी अब परीक्षा प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। शिक्षा विभाग की तरफ से सभी मुख्याध्यापकों और प्रिंसिपलों के लिए अनिवार्य किए गए कंप्यूटर प्रशिक्षण के बाद उनका एग्जाम लिया जाएगा। इससे पहले तीन दिवसीय ट्रेनिंग के दौरान एनआईसीटी के ट्रेनर प्रिंसिपल और हेडमास्टरों को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी देंगे। प्रशिक्षण के अंतिम दिन 25 सवालों की एक परीक्षा ली जाएगी। जिसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी। इस परीक्षा में ‘गुरुजी’ को कम से कम 60 प्रतिशत अंक लेने होंगे।
शिक्षा विभाग की तरफ से कागजी कार्रवाई को कम करने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई जा रही है। अभी तक अधिकांश अधिकारी और स्कूलों के मुखिया कंप्यूटर की बेसिक जानकारी से अनजान हैं। कंप्यूटर से कोई जानकारी अपलोड करने या संबंधित अधिकारियों को ई मेल के माध्यम से जानकारी भिजवाने सहित विभिन्न कार्यों के लिए उन्हें अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की मदद लेनी पड़ती है। वहीं इससे विभाग की गोपनीय सूचनाएं लीक होने का भय बना रहता है। इसलिए विभाग ने सभी स्कूलों के मुखियाओं के लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण अनिवार्य किया है।
शिक्षा विभाग की तरफ से कागजी कार्रवाई को कम करने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई जा रही है। अभी तक अधिकांश अधिकारी और स्कूलों के मुखिया कंप्यूटर की बेसिक जानकारी से अनजान हैं। कंप्यूटर से कोई जानकारी अपलोड करने या संबंधित अधिकारियों को ई मेल के माध्यम से जानकारी भिजवाने सहित विभिन्न कार्यों के लिए उन्हें अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की मदद लेनी पड़ती है। वहीं इससे विभाग की गोपनीय सूचनाएं लीक होने का भय बना रहता है। इसलिए विभाग ने सभी स्कूलों के मुखियाओं के लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण अनिवार्य किया है।