Tuesday 18 October 2011

उत्तीर्ण 8042 को नहीं देनी होगी मुख्य परीक्षा, सीधी नियुक्ति

रांची, शिक्षा संवाददाता : प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में सहायक शिक्षक व उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आयोजित परीक्षा में 93 फीसदी अभ्यर्थी फेल हो गए। शुक्रवार को झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) द्वारा जारी परिणाम ने अभ्यर्थियों के साथ-साथ अधिकारियों को भी चौंकाया। सहायक शिक्षकों के 13,807 पदों के विरुद्ध मात्र 8010 अभ्यर्थी ही सफल हो पाए। उर्दू शिक्षकों को तो और भी बुरा हाल रहा। 4401 पदों के लिए ली गई परीक्षा में मात्र 32 अभ्यर्थी ही सफल हो पाए। मदरसों पर नाराज चल रहे हाजी हुसैन अंसारी को इस परिणाम ने और उकसा दिया है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जांच की मांग की है। इस बीच चौंकानेवाली बात यह भी रही कि इस परीक्षा को ही शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) परीक्षा मानते हुए इसे अंतिम परीक्षा माना गया। मतलब यह कि चयनित अभ्यर्थियों की अब मुख्य परीक्षा नहीं ली जाएगी। इस परीक्षा काफी कम अभ्यर्थियों के उत्तीर्ण होने के बाद मानव संसाधन विकास विभाग के दिशा-निर्देश के अनुसार जैक ने इसे लेकर निर्णय लिया। पहले इसे पीटी परीक्षा माना गया था और इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में शामिल होते।

93 फीसदी फेल..
जैक द्वारा आयोजित इस परीक्षा के आयोजन के बाद भी सहायक शिक्षकों के 5,797 तथा उर्दू शिक्षकों के 4,369 पद रिक्त रह गए। इस परिणाम के बाद परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों में काफी रोष है तथा इसके लिए जैक को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मालूम हो कि इस परीक्षा के लिए 1,31,700 अभ्यर्थियों ने फार्म भरा था। इनमें से 5760 अभ्यर्थियों का आवेदन गड़बड़ी के कारण रद कर दिया गया। बच गए 1,25,940 अभ्यर्थियों में से सहायक शिक्षक के लिए 1,19,866 व उर्दू शिक्षक पद के लिए 6074 अभ्यर्थियों में 1,14,748 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 1,06,706 अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में निराशा हाथ लगी। मात्र 8042 ही शिक्षक बनने के योग्य पाए गए।
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