अरविंद झा, पानीपत प्रदेश में सरकारी स्कूलों में अब सीसीई (व्यापक सतत मूल्यांकन) की तर्ज पर बच्चों के यूनिट टेस्ट लिए जाएंगे। स्कूलों में इस टेस्ट के आधार पर बच्चों की ग्रेडिंग की जाएगी। शिक्षा निदेशालय के इस फैसले से बच्चों पर पढ़ाई का दबाब कम होगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सीबीएसई स्कूलों की तरह सीसीई पैटर्न लागू कराने के निर्देश दिए गए हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से सरकारी स्कूलों में फिलहाल सेमेस्टर प्रणाली से पढ़ाई हो रही है। शिक्षा अधिकार कानून (आरटीई) के तहत पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को ग्रेडिंग सिस्टम के सहारे अगली कक्षाओं में उतीर्ण करने का प्रावधान किया गया है। सरकारी स्कूलों में हालांकि ग्रेडिंग सिस्टम पहले से जारी है। शिक्षा अधिकार कानून के तहत अब प्रत्येक विषय का यूनिट टेस्ट लिया जाएगा। इस टेस्ट का पैटर्न पूरी तरह से सीसीई पर आधारित होगा। शिक्षा निदेशालय के मुताबिक पहले और दूसरे सेमेस्टर में दो-दो यूनिट टेस्ट लिए जाने का प्रावधान है। यह है यूनिट टेस्ट सरकारी स्कूलों में सीसीई पैटर्न पर चार स्तर शामिल किए गए हैं। पहला यूनिट टेस्ट, दूसरा एक विषय का प्रोजेक्ट वर्क, तीसरा बच्चों की उपस्थिति और चौथा शिक्षण कार्य में रोजना बच्चों की भागीदारी।