चंडीगढ़, जागरण ब्यूरो : मौलिक शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के 19 जिलों के माध्यमिक विद्यालयों में मिड डे मील पकाने के लिए दो गैस सिलेंडर, एक बर्नर तथा अन्य सामान खरीदने के लिए पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। फरीदाबाद एवं पलवल जिले को यह सुविधा नहीं दी गई। सरकारी प्रवक्ता ने यहां जारी बयान में बताया कि यह योजना गुड़गांव, भिवानी, पानीपत, झज्जर, सिरसा, नारनौंल, जींद, पंचकूला, यमुनानगर व अम्बाला में 16 मई से, मेवात, हिसार, सोनीपत, रोहतक, फतेहाबाद, रेवाड़ी, करनाल व कुरुक्षेत्र में 17 मई से तथा कैथल में 18 मई से शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि सिलेंडर मिल जाने से कें द्रों पर खाने का स्तर भी सुधरेगा और खाना बनाने वालों को भी अब परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि छुट्टियों के दौरान बच्चों को मिड-डे मील योजना का लाभ नहीं मिल पाता था। इस तथ्य के मद्देनजर हाल ही में मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी की अध्यक्षता में मिड-डे मील कार्यक्रम के तहत गठित राज्य स्तरीय संचालन एवं निगरानी समिति की बैठक में विद्यार्थियों को ग्रीष्मकालीन अवकाश से पहले अढ़ाई किलो चना, मुरमुरा व मूंगफली देने का निर्णय लिया गया है, ताकि अवकाश के दौरान उन्हें पौष्टिक भोजन उपलब्ध रहे। यह योजना अभी प्रायोगिक तौर पर हिसार, अंबाला, यमुनानगर, कैथल, रोहतक व रेवाड़ी जिले में चलाई जाएगी। सरकार द्वारा मिड-डे मील योजना का लाभ अब 12वीं कक्षा तक की छात्राओं को भी दिया जाएगा। इससे पूर्व, मिड-डे मील योजना का लाभ प्राथमिक व मिडिल कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को मिलता था