चंडीगढ़।
हरियाणा में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयं सेवकों को विशेष शिविर एवं नियमित गतिविधियों की अनुदान राशि बढ़ाने के साथ हर साल एक राज्य स्तरीय शिविर और जिला स्तर पर युवा एकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। यह फैसला बुधवार को शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल की अध्यक्षता में यहां हुई एनएसएस स्टेट एडवाइजरी कमेटी की बैठक में किया गया।
शिक्षा मंत्री ने बैठक में तीन साल की देरी होने के कारण निर्देश दिए हर साल अब दो बार यह बैठक हो। सात दिवसीय राज्य स्तरीय शिविर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आगामी अक्तूबर में होगा। इसके बाद भगत फूल सिंह महिला विवि सोनीपत, दीन बंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि मुरथल और एमडीयू रोहतक में होंगे। ये सात दिवसीय (दिन एवं रात्रि) शिविर छात्र और छात्राओं के लिए आयोजित होंगे।
एनएसएस स्वयंसेवकों की विशेष शिविर अनुदान राशि 300 से बढ़कर 450 और नियमित गतिविधियों के लिए 150 से बढ़ाकर 250 रुपये कर दी गई है। जल संरक्षण और कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के विषयों पर एनएसएस शिविर आयोजित हों। स्कूल और कालेज प्रध्यापकों के लिए भी एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाए।
शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए कि एनसीसी की तर्ज पर हरियाणा के एनएसएस स्वयंसेवकों को नई दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने का अवसर दिया जाए। जो शिक्षण संस्थान जो वर्तमान में आवंटित एनएसएस इकाईयों का संचालन नहीं कर रहे है, उन्हें प्रोत्साहित किया जाए। एनएसएस गतिविधियों में धन की कमी को आड़े नहीं आने दी जाएगी। यह फैसला किया गया है कि हर जिले में एक नोडल अफसर नियुक्त होगा। इस समय राज्य के विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में 1051 एनएसएस इकाईयां संचालित है। बैठक में मौजूद मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी ने कहा कि एनएसएस की राशि का प्रयोग सुनिश्चित हो और यह राशि रद न हो। एनएसएस गतिविधियों का एक वार्षिक कैलेंडर बनाया जाए।