Thursday, 19 May 2011

फिर पानी की टंकी पर चढ़े शिक्षक

अमर उजाला ब्यूरो
बठिंडा।
अपनी मांगों को मनवाने के लिए एआईई टीचर्स यूनियन के छह लोग बुधवार को गांव जै सिंह वाला में स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए। इन्होंने सरकार को 36 घंटे की मोहलत दी है। यूनियन की प्रधान स्वर्णा देवी ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी लंबित मांगों को न माना गया तो वह किसी भी हद तक जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर इस दौरान किसी भी प्रकार का कोई हादसा घटित हुआ तो इसकी जिम्मेवारी प्रशासन और सरकार की होगी।
बुधवार की सुबह करीब 11 बजे यूनियन की प्रधान स्वर्णा देवी सहित एआईई टीचर्स यूनियन के छह मेंबर गांव जै सिंह वाला स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस दौरान अधिकारियों ने टंकी पर चढ़े यूनियन के नेताओं को नीचे उतरने का आग्रह किया पर किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। यूनियन के नेताओं ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि वे इस बार वे कोरे आश्वासन पर अपनी सहमति नहीं दिखाएंगे। टंकी पर चढ़े मेंबरों के पास तेल की बोतलें भी थी और वे किसी भी हद तक जाने की चेतावनी दे रहे थे। यूनियन के मेंबर बलतेज सिंह ने बताया कि उनकी यूनियन की मुख्य मांगे हैं कि जुलाई माह में बाकी के रहते 1488 लोगों को ईटीटी में दाखिला दें। यूनियन की मांग है कि सरकार की तरफ से दसवीं की परीक्षा में कंपार्टमेंट आने वाले छात्रों को ईटीटी में प्रवेश न देने की शर्त को रद्द करें।
सरकार ने बीएड और ईटीटी अध्यापकों को ठेके पर रखा है उन्हें रेगुलर किया जाए। बुधवार को पुलिस ने यूनियन के करीब 15 लोगों को हिरासत में लिया। उधर, यूनियन की प्रधान स्वर्णा देवी दोपहर करीब चार बजे प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने के लिए पानी की टंकी से नीचे उतरीं। उन्होंने बताया कि उनकी यूनियन अगली रणनीति सरकार के फैसले के बाद ही तय करेगी।
इस दौरान डीएसपी जीएस धालीवाल और एसडीएम केपीएस माही भी मौके पर मौजूद थे। खबर लिखे जाने तक यूनियन के कर्मी टंकी पर ही चढ़े हुए थे।
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