शिव कुमार, रोहतक अब कॉलेजों में परीक्षाएं भी कैटेगरी के अनुसार होंगी। जनरल कैटेगिरी के सभी विद्यार्थी एक जगह बैठेंगे, बीसी कैटेगरी के एक जगह और एससी कैटेगिरी के परीक्षार्थी एक जगह। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की ओर से इस बार विद्यार्थियों को कैटेगिरी अनुसार रोल नंबर जारी किए हैं। कैटेगिरी अनुसार रोल नंबर जारी करने पर कई स्थानों के कॉलेज प्राध्यापकों ने नाराजगी जताई है। याद रहे कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की ओर से रोल नंबर भेजने, कॉलेजों को कट लिस्ट व अन्य कागजात जारी करने का जिम्मा एक प्राइवेट कंपनी को सौंप रखा है। इस दफा विद्यार्थियों का परीक्षा केंद्र में परीक्षाएं देने के लिए जो प्लान बनाया गया है वह कैटेगरी अनुसार है। इसमें तीन कैटेगिरी बनाई गई है जिसमें जनरल, बीसी व एससी है। जनरल के सभी विद्यार्थी को सीरीज का रोल नंबर जारी किया गया है। जनरल के पूरे होने के बाद बीसी और इनके बाद एससी कैटेगिरी के परीक्षार्थी। यानी जनरल के सारे परीक्षार्थी एक जगह बैठेंगे, बीसी के एक जगह और एससी कैटेगरी के विद्यार्थी एक जगह। पहली बार कैटेगरी अनुसार रोल नंबर देख कॉलेजों के प्राध्यापक हैरान रह गए। प्राध्यापकों ने कहा है कि कैटेगरी अनुसार परीक्षा केंद्र में छात्रों की परीक्षा में ड्यूटी संचालन के दौरान दिक्कतें आ सकती है। रोल नंबर या तो रजिस्ट्रेशन के अनुसार हो या फिर वर्ण। परीक्षा नियंत्रक डॉ. बलजीत सिंह सिंधु ने बताया कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की ओर से कैटेगरी अनुसार रोल नंबर जारी करने के पीछे कोई विशेष मकसद नहीं है।