Wednesday, 11 April 2012

न 'अतिथि' खुश, न पात्रता प्राप्त अध्यापक

राकेश क्रांति, हिसार
शिक्षकों की नई भर्ती को लेकर हरियाणा स्कूल टीचर सलेक्शन बोर्ड की नई शर्त से फिर हंगामा खड़ा हो गया है। यह शर्त न तो पात्रता परीक्षा पास शिक्षकों को रास आ रही और न ही अतिथि अध्यापकों को। प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों के चेहरे जरूर खिले हुए हैं। उन्हें भी सरकारी नौकरी की उम्मीद बंधी है। चार साल के शैक्षणिक अनुभव की शर्त से आवेदकों की भीड़ बढ़ेगी। इससे पात्र और अतिथि अध्यापकों को सीधे तौर पर कोई फायदा नहीं होने वाला। तभी पात्र शिक्षकों ने 12 अप्रैल से आंदोलन की घोषणा करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर करने का फैसला किया है। अतिथि अध्यापकों को जरूर थोड़ी राहत मिली है।

॥अगर चार साल के अनुभव वाले शिक्षकों की भर्ती हो गई और वह 2015 तक पात्रता परीक्षा पास नहीं कर पाया तो फिर उसका क्या होगा। सरकार शिक्षकों की भर्ती के नाम पर राजनीति बंद करें। पात्र शिक्षकों को नौकरियों में प्राथमिकता दें।
अर्चना सुहासिनी, प्रदेशाध्यक्ष, महिला विंग पात्र अध्यापक संघ।

॥पात्र शिक्षक 12 अप्रैल से अपना आंदोलन शुरू करेंगे। भर्ती के लिए नई शर्त अदालत की अवमानना है। पात्र शिक्षक 15 अप्रैल के बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे। असल में सरकार की मंशा नौकरी देना नहीं है, बेरोजगारों से पैसा वसूलना है। पांच लाख से अधिक लोग नौकरी के लिए आवेदन करेंगे। इससे करोड़ों रुपए इकट्ठा होंगे। भर्ती की सूची जारी होने से पहले कोई पक्ष अदालत में चला जाएगा। दो तीन साल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में लग जाएंगे। इतने में चुनाव आ जाएंगे। फिर केवल आश्वासन मिलेंगे, नौकरी नहीं।
राजेंद्र शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, पात्र अध्यापक संघ।

पात्र शिक्षक : करीब 1 लाख 

अतिथि अध्यापक : 15762 
प्राइवेट स्कूल शिक्षक : करीब 3 लाख

12 अप्रैल को सिरसा से आंदोलन शुरू। उसी दिन हिसार में भी बैठक होगी। 

15 अप्रैल को मंडल स्तर पर पात्र परीक्षा सर्टिफिकेट की शव यात्रा निकालेंगे।

31 मार्च, 2012 तक चार वर्ष का शैक्षणिक अनुभव वाले शिक्षक भी आवेदन कर सकेंगे। 

चयनित होने पर ऐसे शिक्षकों को अप्रैल 2015 तक पात्रता परीक्षा पास करनी होगी। 
पात्र शिक्षकों का ऐलान : हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे
;