Saturday, 29 October 2011

फर्जी विश्वविद्यालयों की जांच एसआइटी के सुपुर्द

लखनऊ, जागरण ब्यूरो : उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में चल रहे फर्जी विश्र्वविद्यालयों की जांच विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) के सुपुर्द कर दी है। एसआइटी को तीन माह में जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। पीडि़त लोगों को अपनी लिखित शिकायत एसपी, एसआइटी के कार्यालय में दर्ज कराने को कहा गया है। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर, इलाहाबाद, अलीगढ़, मथुरा और प्रतापगढ़ में चल रहे फर्जी विश्र्वविद्यालयों की जांच होनी है। इनमें इंडियन एजुकेशन कौंसिल आफ यूपी (लखनऊ), इन्द्रप्रस्थ शिक्षा परिषद (नोएडा), नेशनल यूनिवर्सिटी आफ इलेक्ट्रो काम्प्लेक्स होम्योपैथिक (कानपुर), महिला ग्राम विद्यापीठ विश्वविद्यालय प्रयाग, गांधी हिन्दी विद्यापीठ, प्रयाग (इलाहाबाद), नेताजी सुभाष चंद बोस अचल ताल (अलीगढ़), महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्र्वविद्यालय (प्रतापगढ़), उत्तर प्रदेश विश्र्वविद्यालय कोसीकला (मथुरा) और गुरुकुल विश्र्वविद्यालय (वृंदावन-मथुरा) का नाम शामिल है। प्रवक्ता के मुताबिक यूजीसी द्वारा प्रकाशित फर्जी विश्र्वविद्यालयों द्वारा शिक्षार्थियों को डिग्री और डिप्लोमा प्रमाण पत्र बांटने संबंधी आरोपों की जांच शुरू की जा रही है। इन संस्थाओं तथा उसके द्वारा जारी डिग्री और डिप्लोमा प्रमाण पत्र से जो भी व्यक्ति पीडि़त हैं वह लिखित और मौखिक रूप से समस्त दस्तावेजों के साथ अपनी शिकायत एसपी, एसआइटी के गोमती नगर, लखनऊ स्थित कार्यालय में कर सकते हैं।
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